संताल परगना में आदिवासी युवतियों के साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये जबरन शादी कर रहे हैं. आदिवासी युवतियों को प्रलोभन देकर उनके साथ अत्याचार व उनकी हत्या तक कर रहे हैं. उक्त बातें पूर्व सांसद सह आदिवासी सेंगेल अभियान के अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने देवघर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं.
पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि संताल परगना के कई जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठियों के कारण डेमोग्राफी बदल रही है. यह सब वोट बैंक के लिए हो रहा है, इसके लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जिम्मेवार है. उन्होंने कहा कि झामुमो अपनी वोट बैंक की राजनीति के कारण आदिवासियों को ईसाई व इस्लाम धर्म की ओर धकेल रहा है.
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आदिवासी सेंगेल अभियान के नेता सालखन मुर्मू ने कहा कि संताल परगना में हेमंत सोरेन सरकार के कार्यकाल में बालू, गिट्टी व खनिज का जमकर दोहन हुआ है. हेमंत सोरेन की सरकार भ्रष्टाचार के मामले में पूरे देश में बदनाम हो चुकी है. हेमंत सोरेन की सरकार ने 1932 का खतियान लागू करने का वायदा इस राज्य के युवाओं से करके उन्हें झुनझुना थमा दिया है. युवाओं के साथ वादाखिलाफी हुई है.
श्री मुर्मू ने कहा कि सरना धर्म कोड पर भी हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली सरकार ने लोगों को ठगने का काम किया है. आदिवासी सेंगेल अभियान को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व पीएम नरेंद्र मोदी पर पूरा विश्वास है कि सरना धर्म कोड लागू किया जायेगा. पीएम मोदी आदिवासी के पक्षधर हैं. इस मौके पर सुखेन सोरेन, सोनेलाल सोरेन, सिकंदर मुर्मू व अन्य थे.
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