Sawan 2020 : देवघर (दिनकर ज्योति) : श्रावण मास कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि शुक्रवार (17 जुलाई, 2020) को सुबह करीब 4:30 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. बाबा की दैनिक पूजा करने पुजारी विद्या झा एवं मंदिर कर्मी आदित्य फलाहारी मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किये. मंदिर गर्भ गृह की सफाई हुई. रात्रि कालीन शृंगार पूजा की पूजा सामग्रियों को हटाया गया. द्वादश ज्योतिर्लिंग को मखमल के कपड़ा से साफ किया गया. इसके बाद काचा जल पूजा शुरू हुई. इधर, वर्तमान में बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए एकमात्र ऑनलाइन ही सहारा बना हुआ है. अब तक 15 लाख से अधिक शिव भक्त ऑनलाइन बाबा का दर्शन कर चुके हैं.
सर्वप्रथम मंदिर पुजारी विद्या झा ने मंत्रोचार के बीच एक लोटा काचा जल बाबा पर चढ़ाई. इसके साथ ही काचा जल पूजा शुरू हो गया. सभी तीर्थ पुरोहितों ने बारी- बारी से बाबा पर काचा जल चढ़ाया. यह क्रम लगभग आधे घंटे तक चला. इसके बाद सरकारी पूजा शुरू हुई. यह भी लगभग आधे घंटे तक चला.
मंदिर पुजारी विद्या झा ने बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा की. बाबा पर मंत्रोचार के बीच फूल, विल्व पत्र, इत्र, चंदन, मधु, घी, दूध, शक्कर, धोती, साड़ी, जनेऊ चढ़ाये. इस पूजा समापन के बाद सभी तीर्थ पुरोहितों के लिए बाबा मंदिर का पट खोल दिया गया. फिर सुबह 6:30 बजे मंदिर का पट बंद कर दिया गया.
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कोरोना महामारी के कारण बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश की मनाही है. सिर्फ पूजा के दौरान पुरोहितों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति है. श्रद्धालुओं के नहीं आने से मंदिर परिसर वीरान हो गया है, जबकि पिछले वर्ष श्रावण मास कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि को बाबा मंदिर परिसर भक्तों से पटा हुआ था.
बांग्ला सावन प्रवेश करने से पूरा मंदिर परिसर गेरुआ वस्त्र धारी शिव भक्तों से पटा हुआ था. बांग्ला सावन होने के कारण बंगाल, असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओड़िशा के अलावा भूटान, नेपाल, बंगलादेश आदि विदेशों से भी काफी संख्या में शिव भक्त बाबा की पूजा करने आते थे. बोल बम, हर हर महादेव, जय शिव के जयकारों से मंदिर से लेकर झारखंड के सीमाई क्षेत्र दुम्मा तक गुंजायमान होता था. भक्तों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल लगे हुए थे.
हालांकि, पुलिस बल इस बार भी हैं, लेकिन इस बार पुलिस बल के कार्यों में अंतर दिख रहा है. इस बार पुलिस बल झारखंड प्रदेश में भक्तों को प्रवेश करने से रोकने में लगी हुई है. उन्हें दुम्मा बॉर्डर पर ही जल अर्पण करा रही है. बाबा मंदिर की ओर आने वाले सभी मार्गों में पुलिस चेक पोस्ट बना दी गयी है.
भक्तों को बाबा नगरी प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया है. बाबा धाम की ओर आने- जाने वाली 3 और 4 पहिए वाहनों पर विशेष नजर रखी जा रही है. गाड़ी चालकों से परमिट देखने के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा है.
गत वर्ष द्वादशी के दिन शिवगंगा तट का नजारा कुछ और ही था. बाबा की आस्था में महिला- पुरुष का भेद खत्म हो गया था. लोग पवित्र शिवगंगा में एक साथ स्नान कर रहे थे. एक- दूसरे से अनजान शिव भक्त भी एक साथ बोल बम का नारा लगाते हुए मंदिर की ओर प्रस्थान कर रहे थे. इस बार पूरा शिवगंगा भी वीरान दिख रहा है. बोल बम का नारा लगाने वाला भी कोई नहीं है. वैश्विक महामारी कोरोना ने सब कुछ बंद करा दिया है.
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इस बार जिला प्रशासन की ओर से बाबा की सुबह की पूजा एवं शाम की शृंगार पूजा का ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था करायी गयी है. सुबह 4:45 बजे से बाबा की सुबह की पूजा दिखाई जा रही है, जबकि शाम 7:30 बजे से बाबा की शृंगार पूजा दिखायी जा रही है.
बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के लिए एकमात्र ऑनलाइन ही सहारा बना हुआ है. भक्त बहुत आस्था के साथ दोनों समय के पूजा को देख रहे हैं. अब तक 15 लाख से अधिक शिव भक्त ऑनलाइन बाबा का दर्शन कर चुके हैं. इसकी संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. ऑनलाइन बाबा की पूजा पर भक्त अपनी आस्था व्यक्त करते हुए फेसबुक में लाइक, कमेंट एवं शेयर भी कर रहे हैं.
Posted By : Samir ranjan.