Sawan 2020 : देवघर : श्रावण मास के 22वें दिन चौथी सोमवारी को बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना हुई. शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि पर सोमवार (27 जुलाई, 2020) को सुबह करीब 4:30 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. इसके बाद बाबा बैद्यनाथ की दैनिक पूजा कराने के लिए सरदार पंडा श्रीश्री गुलाबा नंद ओझा गर्भ गृह में प्रवेश किये. सरकारी पूजा से पहले बाबा पर भक्तों ने कांचा जल अर्पित किया. कांचा जल अर्पित कर भक्तों ने हर हर महादेव, जय शिव का जयकारा लगाया. सादगी पूर्ण तरीके से लॉकडाउन का पालन करते हुए प्रातः काल की पूजा सरदार पंडा ने बाबा पर फूल, विल्व पत्र, फलमूल, इत्र, चंदन, मधु, घी, दूध, शक्कर, धोती, जनेऊ अर्पित किये.
सरकारी पूजा के बाद तीर्थ पुरोहितों के लिए पट खोल दिया गया. जिसमें सभी विल्वपत्र प्रदर्शनी करने वाले के दल के द्वारा बाबा पर विल्वपत्र अर्पित किया गया. इसके बाद सुबह 6:30 बजे मंदिर का पट बंद कर दिया गया. मौके पर सुबह से ही डीसी कमलेश्वर प्रसाद सिंह, एसडीओ सह मंदिर प्रभारी विशाल सागर, एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव, नगर आयुक्त शैलेद्र कुमार लाल मुस्तैद थे. वो करीब 4.30 बजे मंदिर परिसर पहुंच कर पूजा की व्यवस्था को देख रहे थे.
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कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से इस बार बाबाधाम में श्रद्धालुओं के आने पर रोक है. इसके लिए बाबा नगरी के सभी प्रवेश द्वार पर पुलिस का सख्त पहरा है. आनेजाने वालों से पूछताछ की जाती है. संतुष्ट होने पर ही शहर में प्रवेश करने दिया जा रहा है. श्रद्धालुओं की मनाही के कारण इस बार बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चन श्रद्धालु ऑनलाइन की कर रहे हैं.
27 जुलाई को सावन का चौथा सोमवार है. यह महादेव का महीना है. सावन का चौथा सोमवार के साथ ही सावन का आखिरी सप्ताह शुरू हो गया है. अब सावन महीने में सिर्फ एक सप्ताह ही बचा हुआ है. 3 अगस्त को सावन महीने का आखिरी सोमवार होगा. ऐसी मान्यता है जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा और विश्वास के साथ सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना करता है, उसकी सभी मनोकामना भोले शंकर जरूर पूरी करते हैं.
सावन माह में रोजाना सुबह-शाम बाबा भोले की आराधना करें. इस पावन माह में शिव का जलाभिषेक भी जरूर करें. अगर विधिवत पूजा नहीं कर पाते हैं, तो दीपक अवश्य जलाएं. इस दौरान ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप 108 बार करें. यह मंत्र रुद्राक्ष की माला के साथ करें.
Posted By : Samir Ranjan.