Sawan 2020 : बाबा भोलेनाथ की हर दिन होती आराधना, आप भी ऑनलाइन देखिए पूजा की विधि
Sawan 2020 : श्रावण मास शुक्ल पक्ष नवमी तिथि बुधवार (29 जुलाई, 2020) को बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा की गयी. बुधवार की सुबह 4:30 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. बाबा की सरकारी पूजा करने पुजारी विनोद झा एवं मंदिर कर्मी श्रीराम झा बाबा मंदिर गर्भ गृह में प्रवेश किये. हर दिन की भांति सबसे पहले गर्भ गृह की साफ-सफाई कर पूजा की शुरुआत हुई. बाबा की षोडशोपचार विधि से हुई पूजा की पूरी विधि को श्रद्धालु घर बैठे ऑनलाइन भी देख रहे हैं. कोराेना संक्रमण के कारण इस साल श्रद्धालुओं के बाबा नगरी में प्रवेश की अनुमति नहीं है. सिर्फ मंदिर के पुजारी और पुराेहित ही मंदिर में बाबा की पूजा करने के लिए प्रवेश कर रहे हैं.
Sawan 2020 : देवघर (दिनकर ज्योति) : श्रावण मास शुक्ल पक्ष नवमी तिथि बुधवार (29 जुलाई, 2020) को बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा की गयी. बुधवार की सुबह 4:30 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. बाबा की सरकारी पूजा करने पुजारी विनोद झा एवं मंदिर कर्मी श्रीराम झा बाबा मंदिर गर्भ गृह में प्रवेश किये. हर दिन की भांति सबसे पहले गर्भ गृह की साफ-सफाई कर पूजा की शुरुआत हुई. बाबा की षोडशोपचार विधि से हुई पूजा की पूरी विधि को श्रद्धालु घर बैठे ऑनलाइन भी देख रहे हैं. कोराेना संक्रमण के कारण इस साल श्रद्धालुओं के बाबा नगरी में प्रवेश की अनुमति नहीं है. सिर्फ मंदिर के पुजारी और पुराेहित ही मंदिर में बाबा की पूजा करने के लिए प्रवेश कर रहे हैं.
बुधवार को बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा करने के लिए मंगलवार की शृंगार पूजा की सामग्रियों को हटाया गया. द्वादश ज्योतिर्लिंग को मखमल के कपड़ा से साफ किया गया. इसके बाद पुजारी विनोद झा ने मंत्रोच्चार के बीच एक लोटा कांचा जल बाबा को अर्पित किये. इसके बाद बाबा का कांचा पूजा शुरू हुई.
इस बीच सभी तीर्थ पुरोहितों को मंदिर के प्रशासनिक भवन से बाबा मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया. तीर्थ पुरोहितों ने बाबा पर कांचा जल अर्पित कर मंगलकामना की. यह पूजा लगभग आधा घंटा तक चला. इसके बाद सरकारी पूजा शुरू हुई. पुजारी विनोद झा ने बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा की.
बाबा पर मंत्रोच्चार के बीच फूल, विल्व पत्र, इत्र, चंदन, मधु, घी, दूध, शक्कर, धोती, साड़ी, जनेऊ आदि अर्पित की गयी. इसके समापन होने के बाद सभी तीर्थ पुरोहितों के लिए बाबा मंदिर का पट खोल दिया गया. इस बीच महिला तीर्थ पुरोहित गुड़री देवी ने बाबा मंदिर परिसर स्थित देवी शक्ति मंदिरों में माता पार्वती, माता बगला, माता काली, माता संध्या देवी आदि को महास्नान कराकर सिंदूर लगायी. इसके बाद बुधवार सुबह 6:30 बजे बाबा मंदिर का पट बंद कर दिया गया.
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मंदिर परिसर से सभी भक्तों को आग्रह पूर्वक बाहर कर मुख्य दरवाजा भी बंद कर दिया गया. कोरोना के कारण बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं के आने की मनाही है. स्थानीय भक्तों के साथ- साथ बाहरी भक्तों के भी प्रवेश पर रोक है. भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के प्रत्येक गेट पर पुलिस बल तैनात कर दी गयी है. इससे पूरा बाबा मंदिर परिसर खाली है.
गत वर्ष श्रावणी मेला के 24वें दिन बाबा नगरी में भक्त उमड़ पड़े थे. पूरा मंदिर परिसर बिहार, बंगाल, यूपी, एमपी, ओड़िशा, राजस्थान, दिल्ली, असम, मणिपुर, भूटान, नेपाल आदि देश- विदेश के भक्तों से भरा हुआ था. बोल बम के जयकारो से मंदिर परिसर गूंज रहा था. भक्तों को नियंत्रित करने में पुलिस बल के पसीने निकल रहे थे. उन्हें भारी मशक्कत करनी पड़ रही थी.
विलियम्स टाउन बीएड कॉलेज परिसर में बड़ा- बड़ा पंडाल बना कर भक्तों को रख कर भीड़ को नियंत्रित कर रही थी. भक्तों को बारी- बारी से सीमित संख्या में बाबा मंदिर भेजा जा रहा था. भक्तों की सेवा में कई जगह सेवा शिविर लगी थी. कतार में लगे भक्तों के बीच नि:शुल्क फल, चाय, नींबू- पानी, सादा पानी आदि वितरित की जा रही थी. इस बार कोरोना की नजर लग गयी. सब कुछ उल्टा- पुल्टा हो गया. दूर-दूर तक शिवभक्त दिखायी नहीं दे रहे हैं.
सुल्तानगंज से ही भक्तों को रोकने के लिए जगह-जगह पुलिस बल लगी हुई है. बाबा मंदिर की ओर आनेवाले सभी मार्गों पर पुलिस की नजर है. रास्ते में कई जगह पुलिस चेक पोस्ट बनायी गयी है. सभी जगहों में 24 घंटे पुलिस की ड्यूटी लगी हुई है. बाबा नगरी आनेवाली गाड़ियों पर पैनी नजर है. गाड़ी चालकों को रोक कर परमिट मांगी जा रही है. इसे देखने के बाद ही आगे जाने की अनुमति दी जा रही है.
Posted By : Samir Ranjan.