Sawan 2020 : बाबा बैद्यनाथ धाम में आज से फिर ऑनलाइन दर्शन, भादो में सरकारी निर्देश का इंतजार
Sawan 2020 : देवघर : देवघर के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आज से फिर ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गयी है. सिर्फ सावन पूर्णिमा को सुप्रीम कोर्ट के आदेश व राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दी गयी थी. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगायी है.
Sawan 2020 : देवघर : देवघर के विश्व प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में आज से फिर ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गयी है. सिर्फ सावन पूर्णिमा को सुप्रीम कोर्ट के आदेश व राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दी गयी थी. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगायी है.
देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर प्रभारी सह अनुमंडल पदाधिकारी विशाल सागर ने जानकारी दी कि लॉकडाउन व कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए मंगलवार से पूर्व की तरह बाबा मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा. भादो माह में मंदिर खोलने को लेकर राज्य सरकार के निर्देशानुसार आगे की व्यवस्था शुरू की जायेगी. बाबा मंदिर में परंपरागत प्रातः व संध्याकालीन पूजा के दौरान सिर्फ तीर्थ पुरोहित ही सीमित संख्या में सम्मिलित होंगे.
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद सोमवार को सावन के पूर्णिमा के अवसर पर 136 दिनों बाद बाबा बैद्यनाथ मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए खोला गया. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने रविवार को स्थानीय प्रशासन को इससे संबंधित आदेश दिया था. पूर्णिमा पर करीब 10 घंटे तक बाबा आम जनों के लिए सुलभ हो सके. प्रशासनिक आंकड़ों की मानें तो दिन के दो बजे कपाट बंद होने तक 301 आम श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किये. वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार, तीर्थ पुरोहितों के अलावा करीब 500 आम श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किये.
इससे पहले तड़के 4:05 बजे बाबा मंदिर का पट खोला गया था. बाबा की इस आराधना के साथ ही पवित्र सावन मास का समापन हो गया. सावन पूर्णिमा पर बाबा मंदिर का नाजारा ही काफी आकर्षक होता है. बाबा के दर्शन को पहुंचे तमाम श्रद्धालु सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए वीआइपी गेट से मंदिर प्रांगण में प्रवेश कर रहे थे. हर श्रद्धालु की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी. श्रद्धालु मास्क पहन कर मंदिर में प्रवेश कर रहे थे. जिनके पास मास्क नहीं था, उन्हें उपलब्ध कराया जा रहा था. भीड़ को नियंत्रित करने व सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन कराने के लिए 300 से ज्यादा पुलिस के जवान ड्यूटी पर तैनात किये गये थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra