Sawan 2020 : बाबा बैद्यनाथ का श्रद्धालुओं ने किया दर्शन, की स्पर्श पूजा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खुला मंदिर
Sawan 2020 : देवघर (विजय कुमार) : देवघर में सावन मास की अंतिम सोमवारी व पूर्णिमा पर सुबह 9.45 बजे तक पंडा समाज के साथ-साथ 500 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन किया और स्पर्श पूजा की. श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने के कारण दर्शन व पूजा कार्यक्रम निर्धारित समय के बाद भी जारी रहा.
Sawan 2020 : देवघर (विजय कुमार) : देवघर में सावन मास की अंतिम सोमवारी व पूर्णिमा पर सुबह 9.45 बजे तक पंडा समाज के साथ-साथ 500 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन किया और स्पर्श पूजा की. श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने के कारण दर्शन व पूजा कार्यक्रम निर्धारित समय के बाद भी जारी रहा.
वीआईपी गेट से बाबा मंदिर प्रांगण में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं का थर्मल स्क्रीनिंग की गयी. मास्क नहीं पहनने वाले श्रद्धालुओं के बीच फेस मास्क बांटा गया. सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन कराने के साथ-साथ सुरक्षा में 300 से ज्यादा पुलिस के जवान ड्यूटी पर तैनात किये गये थे.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद झारखंड सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा पूर्णिमा के दिन आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोलने एवं समाज के 100 श्रद्धालुओं को बाबा बैद्यनाथ का दर्शन कराने का आदेश जारी किया गया था. इससे पहले सोमवार को सुबह 4:05 मिनट पर बाबा मंदिर का पट खुला. सुबह 4:20 बजे से कांचा जल चढ़ना शुरू हुआ. प्रातः 4:45 बजे से पूजनोपचार सरकारी पूजा आरंभ हुई. सुबह 5:30 बजे से आम श्रद्धालुओं के लिए बाबा मंदिर का पट खोला गया. बाबा मंदिर में व्यवस्था को संचालित कराने के लिए डीसी कमलेश्वर प्रसाद सिंह, एसपी पीयूष पांडेय, एसडीओ विशाल सागर, एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव पूरी मुस्तैदी से मौजूद रहे.
देवघर के उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश व सरकार के निर्देश के आलोक में सावन पूर्णिमा के मौके पर सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को सिर्फ दर्शन कराया गया. श्रद्धालुओं को पूर्व से बाबा का ऑनलाइन दर्शन करा ही रहे थे. लेकिन कोर्ट ने ऑफलाइन दर्शन भी कराने को कहा है. कोरोना संक्रमण काल में स्पर्श पूजा में कोई छूट नहीं है. जितने भी श्रद्धालु आ रहे हैं. समूह को दर्शन कराया जा रहा है.
देवघर के पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय ने कहा कि इस वर्ष सावन में हाईकोर्ट के निर्णय के आलोक में ई-दर्शन की व्यवस्था की गई है. पारंपरिक व सरकारी पूजा करने की इजाजत दी गई है. वर्तमान गाइडलाइन के अनुसार सीमित संख्या में लोगों को दर्शन कराना है. इसमें पुलिस की भूमिका सोशल डिस्टैंसिंग को बनाए रखना, लोगों को मास्क पहनने के प्रति जागरूक करना व मंदिर की एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर कहीं भी भीड़ नहीं लगने देना है. सुरक्षा में 300 से ज्यादा पुलिस जवान को ड्यूटी पर लगाया गया है.
Posted By : Guru Swarup Mishra