श्रावणी मेला में भक्तों की सुविधा को देखते हुए जसीडीह-पटना एक्सप्रेस का होगा परिचालन, जानें टाइम टेबल

श्रावणी माह में श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने जसीडीह-पटना एक्सप्रेस ट्रेन के परिचालन का निर्णय लिया है. साथ ही जसीडीह-बासुकिनाथ मेमू स्पेशल ट्रेन को भी शुरू की गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2022 10:53 AM
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Sawan 2022, Shravani Mela 2022: श्रावणी मेला के दौरान तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ट्रेन संख्या (13207/13208) जसीडीह-पटना-जसीडीह एक्सप्रेस को श्रावणी मेला अवधि के दौरान 12 अगस्त तक जसीडीह से परिचालन किया जाएगा. इसकी जानकारी रेलमंडल की ओर से दी गयी.

सप्ताह में तीन दिन चलेगी ट्रेन

बता दें इससे पहले तीन जून से 18 अक्टूबर तक सप्ताह में तीन दिन रविवार, मंगलवार और शुक्रवार को ट्रेन संख्या (13207/13208) जसीडीह-पटना-जसीडीह एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन झाझा से ही करने की घोषणा की गयी थी. वहीं, फिर से रेलवे ने निर्णय लिया है कि आसनसोल मंडल के जसीडीह और झाझा सेक्शन के बीच ट्रैक अनुरक्षण कार्य के कारण इसकी सेवा 14 अगस्त से 18 अक्टूबर तक झाझा में खत्म की जाएगी और वापसी में यह झाझा से प्रस्थान करेगी.

मेमू मेला स्पेशल

इसके अलावा, यात्रियों की भीड़ में आयी कमी को देखते हुए जसीडीह और बैद्यनाथधाम स्टेशनों के बीच चलने वाली ट्रेन संख्या (03657, 03549, 03502 और 03658) मेमू मेला स्पेशल के दो जोड़ी ट्रेनों को रद्द करते हुए जसीडीह और बासुकीनाथ के बीच एक तीर्थयात्री स्पेशल मेमू ट्रेन चलायी जा रही है. यह ट्रेन संख्या (03770) झाझा-जसीडीह मेला स्पेशल 12.25 बजे जसीडीह पहुंचेगी और दोपहर 12.30 बजे मेल स्पेशल के रूप में जसीडीह से रवाना होगी. यह ट्रेन 13.15 बजे बासुकीनाथ पहुंचेगी और 13.30 बजे मेला स्पेशल के रूप में बासुकीनाथ से प्रस्थान करेगी और 14.15 बजे जसीडीह पहुंचेगी.

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मंगलवार को डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण

बता दें कि श्रावणी मेले में मंगलवार को डेढ़ लाख से अधिक कांवरियों ने जलार्पण किया. पट खुलने के साथ ही कांवरियों को चिल्ड्रेन पार्क से कतारबद्ध तरीके से मंदिर के गर्भगृह तक भेजने की व्यवस्था जारी रही. मंगलवार को रात 10 बजे तक जलार्पण जारी रहा. इस दौरान मुख्य अरघा से 1,01,568 बाह्य अरघा से 43,985 और शीघ्र दर्शनम के माध्यम से 6115 भक्तों ने जलार्पण किये.

Posted By: Samir Ranjan.

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