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Shravani Mela 2022: पहली सोमवारी को बाबाधाम में श्रद्धालुओं की बढ़ेगी भीड़, जिला प्रशासन है मुस्तैद

श्रावणी माह की पहली सोमवारी को श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ने वाली है. इसको लेकर जिला प्रशासन की तैयारी पूरी है. इस बार कांवरियों की सुविधा और सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है. वहीं, पार्वती मंदिर में भी जलार्पण के लिए कतार की नयी व्यवस्था शुरू की गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2022 4:03 PM
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Sawan 2022, Shravani Mela 2022: श्रावणी माह की पहली सोमवारी 18 जुलाई, 2022 को है. इसको लेकर काफी संख्या में श्रद्धालुओं के बाबाधाम में पहुंचने की संभावना है. इसमें अधिकांश श्रद्धालु बांका, मुंगेर और सुल्तानगंज सहित अन्य जिले से आएंगे. इसलिए आनेवाले कांवरियों को सुगम तरीके से जलार्पण की सुविधा उपलब्ध कराने की सभी तैयारी जिला प्रशासन ने पूरी कर ली है. कांवरियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने दंडाधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं.

सप्ताह में तीन दिन अधिक संख्या में आते हैं कांवरिये

डीसी ने सभी दंडाधिकारियों से कहा कि सावन महीने में सप्ताह में तीन दिन (रविवार, सोमवार एवं मंगलवार) अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु बाबा नगरी आते हैं. इसको लेकर सभी चिह्नित स्थानों पर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है, जिसमें दुम्मा, खिजुरिया मोड़, हिंदी विद्यापीठ, शिवगंगा, बाबा मंदिर के पूरे परिसर, बाब मंदिर, संस्कार मंडप, क्यू काॅम्प्लेक्स, नेहरू पार्क, जलसार, बीएड कॉलेज, बरमसिया, कुमुदिनी घोस रोड, रूट लाइन, नंदन पहाड़, रेलवे ओवर ब्रिज, चमारीडीह, कुमैठा से डीडीसी आवास, सरकार भवन से परमेश्वर रोड तक, मंदिर नियंत्रण कक्ष, IMCR, कंपोजिट कंट्रोल रूम, आर मित्रा, हदरिया पुल, नंदन पहाड़ से कुमुदिनी घोष कैंप का क्षेत्र शामिल है, ताकि कांवरियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराया जा सके.

पार्वती मंदिर में जलार्पण के लिए कतार की नयी व्यवस्था शुरू

बाबा मंदिर में जलार्पण के बाद पार्वती मंदिर जाने वाले कांवरियों के लिए नयी सुविधा शुरू की गयी है. बाबा मंदिर के निकास द्वार से निकलने के बाद परिसर में हो रही भीड़ की परेशनी को दूर करने के लिए रैफ के जवानों ने निकास द्वार से लेकर पार्वती मंदिर में जलार्पण के लिए कतार के अंतिम छोर तक रस्सी लगाकर कांवरियों को भेजने की नयी व्यवस्था शुरू की है. इस व्यवस्था से कांवरियों को काफी राहत मिल रही है.

तीन बाह्य अरघा लगने से कांवरियों में जलाभिषेक का दिख रहा उत्साह

बाबा मंदिर के निकास द्वार के ठीक बगल में लगे तीन बाह्य अरघा की व्यवस्था करने से कांवरियों का जलाभिषेक करने में सुविधा हो रही है. इससे कांवरिये भी काफी उत्साहित महसूस कर रहे हैं. अतिरिक्त बाह्य अरघा नहीं होने से पहले भीड़ के कारण कई कांवरिये सुल्तानगंज से आतने के बाद भी जलार्पण से वंचित रह जाते थे. मगर, इस व्यवस्था से जल सीधे बाबा पर चढ़ जाता है.

Posted By: Samir Ranjan.

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