पालोजोरी . सरसा प्लस टू विद्यालय में गुरुवार को छात्र-छात्राओं ने शिक्षकों के साथ विश्व डिस्लेक्सिया जागरुकता दिवस मनाया. छात्र-छात्राओं ने प्रभात फेरी निकाल कर लोगों को डिस्लेक्सिया के प्रति जागरूक किया. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुरेश मंडल ने बताया कि डिस्लेक्सिया बच्चों के लिए काफी घातक बीमारी है. इस बीमारी से पीड़ित बच्चों में पठन-पाठन, लिखने व समझ में परेशानी होती है. डिस्लेक्सिया से पीड़ित बच्चों को अक्षर पहचानने में भी दिक्कत होती है. इस बीमारी से पीड़ित बच्चों में आत्मविश्वास की कमी हो जाती है और दिन प्रतिदिन वह आम बच्चों से दूर रहने लगता और एकाकी हो जाता है. इससे उसका विकास रुक जाता है. आठ अक्तूबर 2024 को विश्व डिस्लेक्सिया दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने डिस्लेक्सिया से संबंधित पेंटिंग बनाकर लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया. प्रभात फेरी में विद्यालय की सैकड़ो छात्राओं के साथ स्कूल के शिक्षकों ने भी हिस्सा लिया. प्रभात फेरी विद्यालय से शुरू होकर खागा बाजार का भ्रमण करते हुए वापस प्लस टू स्कूल सरसा में संपन्न हुई. शिक्षकों ने छात्र-छात्राओं को वैसे बच्चों से भेदभाव नहीं करने का आग्रह किया, जो इस बीमारी से पीड़ित हो. . मौके पर स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक सुरेश मंडल के अलावे युसूफ अंसारी संतोष कुमार साहनी, अब्दुल मतीन, मुकेश कुमार महतो, राजश्री चटर्जी, जयकुमार विश्वास और मुनाजिर अंसारी उपस्थित थे.
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