देवघर में दूसरा सेंट्रल स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू, चंद्रशेखर हाइस्कूल में चल सकती हैं टेम्परेरी क्लासेज
देवघर में दूसरा सेंट्रल स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जब तक सेंट्रल स्कूल का नया भवन तैयार नहीं हो जाता है, तब तक एम्स के सामने चंद्रशेखर हाइस्कूल में कुछ दिनों तक सेंट्रल स्कूल संचालित हो सकता है.
Deoghar News: गाेड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के प्रस्ताव पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की ओर से की गयी घोषणा के अनुसार देवघर में दूसरा सेंट्रल स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. विभागीय निर्देश पर मधुपुर सेंट्रल स्कूल के प्राचार्य सहदेव दास ने एम्स के समीप केंदुआ स्थित चंद्रशेखर हाइस्कूल के भवन में अस्थायी सेंट्रल स्कूल संचालित करने का सुझाव दिया है.
प्राचार्य ने एम्स के उपनिदेशक को पत्र भेजकर बताया है कि एम्स से दो किलोमीटर की दूरी पर चंद्रशेखर हाइस्कूल है. हाइस्कूल का यह भवन खाली है, यहां शैक्षणिक गतिविधियां भी समाप्त हो चुकी हैं. इस भवन के कुछ कमरे में अस्थायी तौर पर सेंट्रल स्कूल खोलने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. बताया जाता है कि एम्स के अधीन सेंट्रल स्कूल के लिए पांच एकड़ जमीन चिह्नित की गयी है. जब तक सेंट्रल स्कूल का नया भवन तैयार नहीं हो जाता है, तब तक चंद्रशेखर हाइस्कूल में कुछ दिनों तक सेंट्रल स्कूल संचालित होगा. अब एम्स प्रबंधन इस प्रस्ताव पर निर्णय लेगा.
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मधुपुर सेंट्रल स्कूल के प्राचार्य ने एम्स के उपनिदेशक को भेजा पत्र
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सेंट्रल स्कूल के लिए एम्स के पास पांच एकड़ जमीन की गयी है चिह्नित
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नया भवन बनने तक चंद्रशेखर हाइस्कूल में संचालित होगा सेंट्रल स्कूल
देवघर में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने की भी तैयारी
बता दें कि देवघर में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने की भी तैयारी है. बाबानगरी में सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मांग भी गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने ही लोकसभा में उठायी थी. उन्होंने कहा था कि राष्ट्रीय नयी शिक्षा नीति के तहत शिक्षा के क्षेत्र में आकांक्षी जिलों में संताल परगना को भी शामिल किया गया है. सांसद डॉ निशिकांत दुबे की मांग पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षण अभियान के तहत संताल परगना के छह जिले सहित गिरिडीह और कोडरमा को मिलाकर एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने पर विचार कर रही है. अगर सब कुछ ठीक-ठीक रहा तो संताल परगना सहित गिरिडीह और कोडरमा के सेंटर में पड़ने वाला जिला देवघर में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खुल सकता है.
सेंट्रल यूनिवर्सिटी या रांची सेंट्रल यूनिवर्सिटी का एक कैंपस देवघर में : निशिकांत दुबे
सांसद ने सदन में यह तर्क भी दिया था कि रांची में केंद्र से संचालित सेंट्रल यूनिवर्सिटी है, लेकिन संताल परगना रांची से काफी दूर है. नयी शिक्षा नीति के तहत कोडरमा और गिरिडीह को जोड़ते हुए संताल परगना के देवघर जिले में एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोली जाये या रांची सेंट्रल यूनिवर्सिटी का एक कैंपस देवघर में खोल दिया जाये. निशिकांत दुबे की मांग पर पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि केंद्र सरकार आर्थिक अनुदान देती है, लेकिन इसमें क्रियान्वयन का दायित्व राज्य सरकार की है. नयी शिक्षा नीति के तहत शिक्षा व्यवस्था में सुधार और सही ढंग से दायित्व निभाने के लिए राज्य सरकार से बात की जायेगी. सेंट्रल यूनिवर्सिटी की मांग पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पीएम उच्चतम शिक्षण अभियान के तहत नये संस्करण में 2023-24 से 25-26 तक आकांक्षी जिलों में सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने को प्राथमिकता दी जायेगी.
संताल परगना की बेहतरी के लिए अक्सर आवाज उठाते हैं निशिकांत दुबे
बता दें कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे अक्सर संताल परगना के लोगों की बेहतरी के लिए आवाज उठाते रहते हैं. हाल ही में उन्होंने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से भी मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा. सांसद ने मांग पत्र में कहा था कि गोड्डा में तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्किर व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ओर से सैनिक स्कूल की स्वीकृति दी गयी है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा निर्माण कार्य में सहयोग नहीं किया जा रहा है. इसके लिए राज्य सरकार को सहयोग करने का निर्देश दिया जाये. सांसद ने यह भी कहा कि गोड्डा में केंद्र सरकार के फंड से तैयार इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेज है, इन कॉलेजों में बीआइटी मेसरा अपना कैंपस शुरू कर सकती है. राज्य सरकार को इन दोनों कॉलेजों में बीआइटी मेसरा का कैंपस शुरू कराने का निर्देश दिया जाये. इतना ही नहीं उन्होंने झारखंड में तकनीकी खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्यपाल से कृषि विश्वविद्यालय के लिए भी पहल करने का अनुरोध किया है.
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