मिथिलेश कुमार सिन्हा, सारठ : शंकराचार्य स्वामी निश्लालानन्द सरस्वती जी शनिवार सुबह देवघर पहुंचे. जहां जिले के कुकराहा थाना क्षेत्र में उनका जोरदार स्वागत किया गया. कुकराहा की सैकड़ों महिलाओं और ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा कर स्वामी जी का स्वागत एवं आरती किया. स्वामी शंकराचार्य आज 11 बजे 11 संगोष्ठी, दीक्षा दर्शन एवं पादुका पूजन करेंगे. इसके बाद वहां पर प्रेस वार्ता को संबोधित भी करेंगे.
शाम संध्या 6 बजे वह एक विशाल हिंदू महासभा को संबोधित करेंगे. बता दें कि श्रीमज्जगद गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती जी महाराज पुरी पीठ के 145 वें संत हैं. वे भारत के एक ऐसे संत हैं जिनसे आधुनिक युग में विश्व के सर्वोच्च वैधानिक संगठनों संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व बैंक भी सलाह ले चुके हैं. शंकराचार्य जी का जन्म बिहार के मधुबनी जिले हुआ है. उनके देश और विदेश दोनों जगहों पर अनुयायी हैं.
कौन हैं शंकराचार्य स्वामी निश्लालानन्द सरस्वती जी महराज
शंकराचार्य स्वामी निश्लालानन्द सरस्वती जी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से मना कर दिया था. जिसके बाद वे चर्चा में आ गये थे. उनकी शिक्षा दीक्षा की बात करें तो उनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में हुई. इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई बिहार में की. हरिद्वार में 18 अप्रैल 1974 को लगभग 31 वर्ष की आयु में धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज के शरण में उनका संन्यास सम्पन्न हुआ. इसके बाद उनका नाम उनका नाम निश्चलानन्द सरस्वती रखा गया.
कौन कौन उनके स्वागत में थे उपस्थित
उनके स्वागत में मुख्य रूप से पूर्व विधायक चुन्ना सिंह, राहुल सिंह यज्ञ समिति के अध्यक्ष बासुदेव सिंह, गगन दीप, मुखिया महादेव सिंह, विकास विद्यालय के प्राचार्य कृष्ण कुमार, उदय कुमार सिंह, सीटू सिंह, सुमन सिंह, बहस सिंह, पप्पू सिंह, प्रमोद सिंह, रोहित सिंह, मृत्यंजय सिंह, अशोक सिंह, रणबीर सिंह, भीखन सिंह, विश्वनाथ सिंह, अनंत कुमार सिंह, राजकुमार सिंह, चंदन सिंह, डमरू सिंह, मिथिलेश सिन्हा समेत सैकड़ों लोग मोजूद थे.