Loading election data...

श्रावणी मेला 2023: बनने लगे पंडाल, कतार में रहेंगे विशेष इंतजाम, जोर शोर से चल रही हैं तैयारियां

श्रावणी मेला शुरू होने में कुछ दिन ही बचे हैं. मेले की तैयारियां जोर शोर से चल रही है. रूट लाइन में पंडाल बनने लगे हैं. बाबा मंदिर से रूट लाइन तक कतार व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है. मेले के लिए स्कूल-कॉलेज के भवनों का अधिग्रहण किया गया है. वहीं एसपी ने मुख्यालय से 11 हजार पुलिसकर्मी मांगे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2023 1:55 PM
an image

बाबा नगरी देवघर में तीन जुलाई से श्रावणी मेला शुरू हो रहा है. इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है. भक्तों की सुविधा के लिए रूट लाइन में पंडाल बनाये जा रहे हैं और कतार में लगने वाले भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं. इस पर श्रावणी मेला इसलिए भी खास है, क्योंकि दो चरणों में मेले का आयोजन किया जायेगा. पहला चरण में 3 जुलाई से 17 जुलाई तक मेला लगेगा. इसके बाद 18 जुलाई से 16 अगस्त के बीच पुरुषोत्तम मास होगा. उसके बाद फिर श्रावणी मेला का दूसरा चरण 17 अगस्त से 31 अगस्त तक रहेगा और रक्षा बंधन के साथ मेले का समापन होगा. तिथि व मेले की अवधि के विस्तार को देखते हुए प्रशासन भी उसी अनुसार तैयारी कर रहा है. बाबा मंदिर से लेकर कुमैठा स्टेडियम तक कतार लगाने के लिए बैरिकेडिंग व पंडाल बनाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है.

कई जगहों पर बनाये जा रहे डोम पंडाल

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पंडित शिवराम झा चौक से लेकर चिल्ड्रेन पार्क तक डोम पंडाल बनाये जा रहे हैं. इसके अलावा बरमसिया से नंदन पहाड़ व कुमैठा स्टेडियम रूट लाइन में सड़क के ऊपर पंडाल बनाने का काम तेजी से चल रहा है. इससे भक्तों को धूप व बारिश से राहत मिलेगी ही, साथ ही वहां तैनात दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल को भी सुविधा मिलेगी. कांवरियों की सेवा के लिए स्वास्थ्य केंद्र के साथ पेयजल, फल व शरबत वितरण के लिए स्टॉल के इंतजाम किये जा रहे हैं. इन स्टॉलों पर स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से मेले भर कांवरियों की सेवा का इंतजाम रहेगा.

श्रावणी मेले के लिए स्कूल-कॉलेजों के भवनों का अधिग्रहण

श्रावणी मेला-2023 के सफल संचालन के लिए देवघर में प्रतिनियुक्त पुलिस बलों, पुलिस पदाधिकारियों के आवासन के लिए सरकारी स्कूलों भवन, कॉलेजों, छात्रावास आदि का चार जुलाई से मेला समाप्ति तक अधिग्रहण करने का निर्णय लिया गया है. डीइओ सह डीएसइ को निर्देश दिया गया है कि वे सभी स्कूलों के छात्रों एवं शिक्षकों को अन्य स्कूलों से टैग कर पठन-पाठन सुनिश्चित करायें. डीसी सह जिला दंडाधिकारी के द्वारा इस संबंध में आदेश जारी किया गया है.

इन स्कूलों का हुआ अधिग्रहण

अधिग्रहण किये जाने वाले स्कूल-कॉलेजों में उउवि बारा, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय दुम्मा, डीएवी स्कूल खिजुरिया, बिहारी लाल सर्राफ उच्च विद्यालय नया चितकाठ, मध्य विद्यालय रिखिया, मध्य विद्यालय पुनसिया, गोवर्धन साहित्य उच्च विद्यालय देवघर, स्पर्श विद्यालय देवघर, उत्क्रमित उच्च विद्यालय वार्ड-छह, पंडित बीएन बालिका संस्कृत विद्यालय, बैद्यनाथ संस्कृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बीएड कॉलेज भवन देवघर, मध्य विद्यालय बरमसिया, मध्य विद्यालय कल्याणपुर, संत मेरी गर्ल्स हाइस्कूल, मध्य विद्यालय कोरियासा, कन्या विद्यालय, आरएल सर्राफ हाइस्कूल, मदरसा उर्दू मकतब उच्च विद्यालय, राम मंदिर हाइस्कूल, प्राथमिक विद्यालय हिरणा, महिला छात्रावास नया भवन देवघर कॉलेज, होटल मैनेजमेंट कॉलेज कुमैठा, उत्क्रमित उच्च विद्यालय मानिकपुर, मध्य विद्यालय गिधनी बाघमारा, उत्क्रमित उच्च विद्यालय कोठिया, मध्य विद्यालय बाघमारा, प्राथमिक विद्यालय रूपसागर, मध्य विद्यालय चांदपुर, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय ऊपर सिंघवा, मध्य विद्यालय बालक रोहिणी, प्लस टू विद्यालय चोपा मोड़, उच्च विद्यालय घोरमारा, मध्य विद्यालय घोरमारा बांक, श्री मोहनानंद उच्च विद्यालय तपोवन, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय चरकी पहाड़ी, पंडित बीएन झा मेमोरियल इंटर कॉलेज देवघर शामिल है.

एसपी ने मुख्यालय से मांगे 11 हजार पुलिसकर्मी

मेले में कांवरियों को सुलभ दर्शन कराने, विधि व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था को सुचारू ढंग से संचालित करने तथा शांतिपूर्ण तरीके से मेला के संचालन के लिए एसपी सुभाष चंद्र जाट ने पुलिस मुख्यालय से 11 हजार पुलिसकर्मियों की मांग की है. ये पुलिसकर्मी दो जुलाई से 31 अगस्त तक श्रावणी मेला के दौरान देवघर में प्रतिनियुक्त रहेंगे. इनमें जैप सहित आइआरबी, एसआइआरबी, प्रशिक्षु सशस्त्र बल, चतरा व रांची से सशस्त्र बल, पीटीएस हजारीबाग, एटीएस, एनडीआरएफ की टीम, रैफ की टीम, एसएसबी की पूरी कम्पनी, जेजे की यूनिट, बम स्क्वायड और डॉग स्क्वायड तथा महिला बटालियन, महिला प्रशिक्षु बल आदि के जवान शामिल रहेंगे. हालांकि मुख्यालय से अभी इस दिशा में स्वीकृति नहीं मिली है. उनके आगमन व आवासन को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से शहर के विभिन्न सरकारी भवनों, विद्यालयों, निजी संस्थानों के आश्रय स्थलों को चिन्हित कर लिया है, जल्द ही पक्के मकानों को छोड़कर चिन्हित स्थलों पर पंडालों का निर्माण कराया जायेगा. देवघर कॉलेज, हथगढ़ मैदान व डढ़वा नदी के समीप देवघर पुलिस प्रशासन की ओर से डोम पंडाल बनाये जाने की तैयारी चल रही है.

Also Read: झारखंड : श्रावणी मेला को लेकर देवघर डीसी ने की बैठक, 20 जून तक सभी सुविधाओं को दुरुस्त करने का निर्देश

Exit mobile version