देवघर के श्रावणी मेला में शिवमय दिखेगा शिवलोक परिसर, भगवान शिव की इन मान्यताओं पर दिखायी जायेंगी कहानियां
शिवलोक परिसर में माता सती की सती होने का वृतांत, रावण और शिव की पूरी कहानी दिखेगी. यहां 25 फीट का विशाल शिवलिंग, पांच फीट की 108 शिवलिंग श्रृखंला, बाबा मंदिर व पार्वती मंदिर दिखेंगे. केदारनाथ, सोमनाथ, मल्लिकार्जुन और रामेश्वरम बाबा की 15 फीट की मूर्ति बनायी जा रही है.
श्रावणी मेला 2023 में देवघर के शिवलोक परिसर में शिवलोक की झांकी दिखेगी. एक ही जगह माता सती से लेकर भगवान शिव का तांडव, कैलाश पर्वत पर भगवान शिव और रावण की वार्ता से लेकर शिवलिंग के बैद्यनाथ धाम में स्थापना की कहानी दिखायी जायेगी. पीआरडी देवघर और पर्यटन विभाग के सहयोग से यह आयोजन किया गया जा रहा है. इसे देवघर कॉर्निक के सचिव पावन रॉय एंड टीम और लालू एंड संस की टीम जीवंत रूप दे रही हैं. इससे पूरा शिवलोक परिसर शिवमय दिखेगा.
आकर्षक होगा आयोजन
इस संबंध में कॉर्निक के सचिव पावन रॉय ने बताया कि शिवलोक परिसर में माता सती की सती होने का वृतांत, रावण और शिव की पूरी कहानी दिखेगी. यहां 25 फीट का विशाल शिवलिंग, पांच फीट की 108 शिवलिंग श्रृखंला, बाबा मंदिर व पार्वती मंदिर दिखेंगे. केदारनाथ, सोमनाथ, मल्लिकार्जुन और रामेश्वरम बाबा की 15 फीट की मूर्ति बनायी जा रही है. पावन रॉय ने बताया कि पहाड़ पर मूर्ति, ऑडियो व लाइट के माध्यम से सती पीठ एवं रावणेश्वर बैद्यनाथ की कहानी को प्रदर्शित किया जायेगा. कॉर्निक की टीम और लालू एंड संस की ओर से 21 जून से तैयार किया जा रहा है.
तैयारियों में जुटे हैं कलाकार
श्रावणी मेला में कार्यक्रम के लिए 21 जून से कोलकाता के 40 कलाकार व देवघर के 10 कलाकार मूर्त रूप दे रहे हैं. सोमवार शाम छह बजे बन कर तैयार हो जायेगा. इसके बाद प्रशासन को सुपुर्द कर दिया जायेगा. इसे सफल बनाने में देवघर से कॉर्निक के सचिव पावन रॉय के नेतृत्व में संजीत कुमार रमानी, सनत साह, सर्वोत्तम कुमार, आयूष राव, प्रेम कुमार पंडित समेत 10 कलाकार लगे हुए हैं.