देवघर : श्रावणी मेला शुरू होने के साथ ही बसों, ऑटो व टोटो चालकों की मनमानी शुरू हो गयी. बाबाधाम आने वाले कांवरियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है. चालक व बुकिंग एजेंटों की मनमानी पर कोई अंकुश नहीं है. पिछले दो दिनों में वाहनों की कमी का फायदा भी यात्री बस व ऑटो-टोटो वाले उठा रहे हैं और दोगुना से अधिक तक किराया वसूल रहे हैं. वर्तमान में देवघर से बासुकिनाथ तक चलने वाली यात्री बसों पर सीट पर बैठ कर जाने के लिए प्रति यात्री 200 रुपये व बसों की छतों पर सवार होकर जाने वाले यात्रियों से प्रति यात्री 100 रुपये वसूल किया जा रहा है. ऑटो चालक भी बासुकिनाथ तक का किराया औसतन रिजर्व में तीन हजार से चार हजार रुपये तक वसूल रहे हैं.
टोटो चालक भी बहती गंगा में डुबकी
टोटो चालक भी इस बहती गंगा में डुबकी लगाने में कसर नहीं छोड़ रहे. वे भी बासुकिनाथ तक जाने के लिए यात्रियों से 2000 रुपये तक किराया के रूप में वसूल रहे हैं. यह स्थिति तब है जब ऑटो को 15 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय नहीं करनी है. टोटो को लेकर अबतक दूरी का निर्धारण नहीं किया गया है. यह सब प्रशासनिक व्यवस्था के नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन इस पर अंकुश नहीं लग रहा है. मंगलवार को भी बसों की कमी व किराया 200 रुपये मांगें जाने पर कांवरियों ने प्राइवेट बस स्टैंड के पास जमकर बवाल काटा. घंटों सड़क जाम कर यातायात व्यवस्था को अवरुद्ध कर दिया. वहीं प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद पुलिस वैन से भी कांवरियों को बासुकिनाथ भेजा गया.
क्या कहते हैं कांवरिये
कांवरियों को राहत पहुंचाने के बजाय बसों में मनमाना किराया वसूल किया जाता है. सरकार व प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करते हुए कांवरियों को राहत पहुंचाने का काम करना चाहिए.
शशि सिंह, औरंगाबाद
देवघर से बासुकिनाथ जाने वाले कांवरियों से किराया के नाम पर लूट हो रही है. बसों में सीट क्षमता से दोगुना से तीगुना तक यात्रियों को ठूंस दिया जाता है. इस पर अंकुश लगाना चाहिए.
हरेंद्र कुमार, औरंगाबाद
मेला के नाम पर देवघर में हर तरफ लूट मची हुई है. यात्रियों से किराया के नाम पर दो से तीन गुना तक किराया वसूल किया जा रहा है. कांवरिया ठगे जा रहे हैं. इस पर अविलंब रोक लगना चाहिए.
पप्पू केशरी, जहानाबाद
भक्ति में डूबे कांवरिया काेई विवाद नहीं करना चाहते हैं. इसका नाजायज फायदा यात्रा के नाम पर अधिक किराया वसूल कर उठाया जा रहा है. इससे कांवरियों को आर्थिक परेशानी हो रही है.
मल्लू कुमार, जहानाबाद