श्रावणी मेला का उद्घाटन कल, तैयारियां पूरी, कांवरियों के लिए कई व्यवस्थाएं
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का उद्घाटन तीन जुलाई को कांवरिया पथ स्थित दुम्मा में होगा. मेले के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित किया गया है. श्रावणी मेले की सारी तैयारी पूरी की जा चुकी है. कांवरियों के लिए कई व्यवस्थाएं की गई हैं.
Shravani Mela 2023: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का उद्घाटन समारोह तीन जुलाई को देवघर में झारखंड प्रवेश द्वार दुम्मा में होगा और चार जुलाई से सावन शुरू होगा. मेले के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आमंत्रित किया गया है. श्रावणी मेले की सारी तैयारी पूरी की जा चुकी है. पूरे देवघर को सजाया गया है. मलमास के कारण इस बार दाे महीने तक के लिए व्यवस्था की गयी है. दुम्मा से खिजुरिया तक आठ किलोमीटर कांवरिया पथ पर पहली बार गंगा की मिट्टी बिछायी गयी है. कांवरिया पथ पर 10 हजार क्षमता वाले आध्यात्मिक भवन में कांवरियों को सस्ते दर पर भोजन मिलेगा. कांवरियों की कतार लगाने को लेकर रूट लाइन में वाटर प्रूफ पंडाल लगाये गये हैं.
प्रशासन ने मेले में भक्तों की सुविधा बढ़ाने व भीड़ नियंत्रण के लिए कई नयी व्यवस्थाएं की हैं, इसमें पहली बार डिजिटल मिस्ट कूलिंग सिस्टम, शीघ्रदर्शनम कतार व व्यवस्था में बदलाव शामिल हैं. अब शीघ्रदर्शनम कूपन के लिए पुरोहितों द्वारा बार-बार फॉर्म भरने की झंझट खत्म कर दी गयी है, पुरोहित का नाम, पता, संपर्क नंबर और विशेष कोड की इंट्री हुई है, जिससे तुरंत कूपन मिलेगा. हालांकि, रविवार और सोमवार को शीघ्रदर्शनम की व्यवस्था बंद रहेगी. मेले के दौरान शीघ्रदर्शनम कूपन की दर 500 रुपये प्रति कूपन रखी गयी है.
अरघा से होगा जलार्पण
श्रावणी मेला के दौरान अरघा से जलार्पण की व्यवस्था रहेगी. स्पर्श पूजा बंद रहेगी. साथ ही वीआइपी पूजा भी बंद रहेगी. बीमार, बुजुर्ग व भीड़ में बचने वाले भक्तों के लिए बाह्य जलार्पण की भी व्यवस्था रहेगी. श्रावणी मेला के लिए सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी की गयी है. पूरे मेला क्षेत्र में 21 अस्थायी व 11 ट्रैफिक ओपी बनाये गये हैं. इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल रूम में पहली बार काॅमन एनाउंसमेंट सिस्टम लगाया गया है. एक बार सूचना प्रसारित होगी, तो वह 20 किलोमीटर के मेला क्षेत्र में सुनायी देगी. पहली बार टू वे ऑडियो कैमरा सिस्टम लगाया जा रहा है. कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी जब कोई काॅमन सूचना देना चाहेंगे, तो वह कंट्रोल रूम से संभव होगा. पूरे मेला क्षेत्र में कड़ी-सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. 726 पुलिस पदाधिकारी सहित मेला में 8700 पुलिस कर्मी तैनात किये गये हैं.
जरूरत पड़ने पर कांवरियों को मिलेगी इसीजी की सुविधा
कतार में लगने वाले कांवरियों को अगर स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां होगी, तो उनके लिए प्रशासन ने इसीजी की व्यवस्था की है. प्रशासन ने नेहरू पार्क, क्यू कॉम्प्लेक्स व बाबा मंदिर ट्रामा सेंटर में डिजिटल इसीजी मशीन रहेगी व जरूरत पड़ने पर इसीजी करायी जायेगी. इसीजी की रिपोर्ट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के मोबाइल में आ जायेगी, उसके बाद डॉक्टर की सलाह पर इलाज की व्यवस्था होगी. कतार में उमस भरी गर्मी से बचाव के लिए नेहरू पार्क से लेकर मंदिर के संस्कार मंडप तक मिस्ट कूलिंग सिस्टम की व्यवस्था रहेगी. इससे पानी का फव्वारा नहीं, बल्कि फॉग निकलेगी, जो पूरे माहौल को ठंडा कर देगा.
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