Shravani Mela: देवघर में श्रावणी मेले की तैयारी अंतिम चरण में, कांवरिया पथ पर बालू बिछाने का काम शुरू
Shravani Mela: देवघर में श्रावणी मेले की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है. रूटलाइन पर टेंट बनाए जा रहे हैं. कांवरिया पथ पर बालू बिछाने का काम शुरू हो गया है.
Shravani Mela: श्रावणी मेले की तैयारी देवघर में अंतिम चरण में है. कीचड़ से मुक्त करने के लिए इस वर्ष कांवरिया पथ पर दुम्मा से खिजुरिया तक कई जगह गड्ढों को भरकर समतल किया गया है. कांवरिया पथ पर दुम्मा से खिजुरिया के बीच गंगा का बालू बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है. चापानलों का हेड भी लगाया जा रहा है.
- दुम्मा से खिजुरिया के बीच बालू बिछाने का काम शुरू
- शौचालयों की मरम्मत व रंगी-रोगन कार्य भी अंतिम चरण में
- प्रशासनिक भवन व टोल गेट में बनाये जा रहे पंडाल
पूरे कांवरिया पथ पर बिछ रहा गंगा का बालू
पथ निर्माण विभाग ने एक सप्ताह के अंदर पूरे कांवरिया पथ गंगा का बालू बिछाने का निर्देश दिया है. कांवरिया पथ पर शौचालय की मरम्मत व रंग-रोगन कार्य भी अंतिम चरण में है. प्रशासनिक भवन व टोल गेट में पंडाल बनाये जा रहे हैं. इधर, कांवरिया रूट लाइन में भी पंडाल बनाने का काम तेजी से चल रहा है. पंडित शिवराम झा चौक से बीएड कॉलेज, तिवारी चौक के अलावा नंदन पहाड़ रोड में भी पंडाल बनाने का काम चल रहा है. श्रावणी मेला में शिवलोक परिसर को भी सजाया जा रहा है.
श्रावणी मेले के लिए 7 स्कूल भवनों का किया गया अधिग्रहण
श्रावणी मेले में सुरक्षा व विधि व्यवस्था के संधारण, पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस के जवानों के आवासन के लिए देवघर के सात स्कूल भवनों का अधिग्रहण किया गया है. स्कूल भवनों का अधिग्रहण 15 जुलाई से मेला समाप्ति तक के लिए किया गया है. इस संबंध में डीसी सह जिला दंडाधिकारी के द्वारा कार्यालय आदेश जारी किया गया है.
इन स्कूलों का किया गया अधिग्रहण
निर्देश दिया गया है कि डीइओ, डीएसइ संबंधित स्कूलों के छात्रों व शिक्षकों को अन्य स्कूलों के साथ टैग कर पठन-पाठन सुनिश्चित करायें. अधिग्रहण किये गये स्कूल भवनों में राजकीय मध्य विद्यालय, जसीडीह, कमला कन्या मध्य विद्यालय, जसीडीह, उच्च विद्यालय, रोहिणी, राजकीय मध्य विद्यालय, रायडीह, लक्ष्मी बालिका उच्च विद्यालय, जसीडीह, राजकीयकृत उच्च विद्यालय, जसीडीह (छात्रावास) व उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बदलाडीह, जसीडीह शामिल है.
Also Read
Shravani Mela: द्वादश ज्योतिर्लिंगों में बैद्यनाथ धाम क्यों है सबसे खास?
Shravani Mela: सावन में 1 माह शिव भक्तों से गुलजार रहता है देवघर, कैसे पहुंचें बाबाधाम?