Deoghar news : एंबुलेंस के इंतजार में तीन घंटे दर्द से तड़पते रहे आदिवासी दंपती
सारठ सीएचसी में पहुंचे आदिवासी दंपती को खून की उल्टियां और सांस की तकलीफ के बाद देवघर सदर रेफर किये जाने के बाद एंबुलेंस की सुविआ के लिए तीन घंटे इंतजार करना पड़ा.
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सारठ . सारठ सीएचसी में जिंदगी और मौत से जूझ रहे संतोष सोरेन (50 वर्ष ) व संज्योती मुर्मू (49 वर्ष ), आदिवासी दंपती को सीएचसी से रेफर किये जाने के बाद बावजूद एंबुलेंस के लिए घंटों इंतजार करने का मामला सामने आया है. घटना गुरुवार की है. मिली जानकारी के अनुसार दंपती कई दिनों से बीमार हैं और दोनों की तबीयत अचानक खराब होने के बाद परिवार के लोग तीन बजे दोपहर में सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक शानू आनंद ने इलाज कर बताया कि प्रखंड के करमचंद गांव के आदिवासी दंपती गंभीर बीमारी से ग्रसित है. दोनों को खून की उल्टियां हो रही थी. वहीं तेज बुखार व सांस लेने में तकलीफ है. इसलिए ऑक्सीजन लगा दिया गया है. चिकित्सक ने बताया कि प्राथमिक उपचार कर बेहतर चिकित्सा हेतु देवघर सदर रेफर किया गया है. इधर रेफर किये जाने पर परिजन 108सेवा को लगातार फोन करने लगे. लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा था. फोन करने पर बताया जा रहा था कि एंबुलेंस सेवा नयी कंपनी को दी गयी है. कॉन्ट्रेक्टर चेंज हुआ है, जिस कारण एंबुलेंस का तेल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है इधर परिजन परेश सोरेन, नारे सोरेन, राजकिशोर सोरेन व शैलेष सोरेन ने बताया कि कई बार बात करने पर भी कोई नहीं आया, जबकि 108 सेवा की एंबुलेंस सीएचसी सारठ परिसर में खड़ी थी. इस बीच दंपती की गंभीर स्थिति को देखते हुए 108 एंबुलेंस वाले ने परिजन से तेल के लिये 800 रुपया लिया, तब बीमार दंपती को 6.30 बजे देवघर सदर अस्पताल पहुंचाया. परिजनों का कहना है कि एंबुलेंस की देरी से दंपती के साथ कुछ भी हो सकता था. फिलहाल दोनों को भर्ती करा दिया गया है. ॰सीएचसी सारठ में खड़ी रही 108 एंबुलेंस, फोन करने पर नहीं कोई पहुंचा ॰परिजनों से तेल के लिये 800 लेने के बाद ही दंपति को सदर अस्पताल पहुंचाया
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