आसनसोल मंडल में मधुपुर बड़े स्टेशन के रूप में होगा विकसित : डीआरएम

रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए होगी विशेष उपकरण की व्यवस्था

By Prabhat Khabar News Desk | December 14, 2024 9:04 PM

मधुपुर. आसनसोल डीआरएम चेतनानंद सिंह ने शनिवार को नामित शाखा अधिकारियों के साथ रेलवे स्टेशन में चल रहे कार्यों की प्रगति का निरीक्षण किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आसनसोल मंडल में एक महत्वपूर्ण स्थान मधुपुर स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बेहतर ट्रेन संचालन व यात्री सेवाओं के लिए आधुनिक बुनियादी ढांचा तैयार करना है. कोचिंग कॉम्प्लेक्स, स्पार्ट शेड और 140 टन के ब्रेकडाउन क्रेन की सुविधाओं के विकास सहित चल रही परियोजनाओं का उद्देश्य महत्वपूर्ण रेलवे संचालन को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने के लिए स्टेशन की क्षमता को बढ़ाना है. उन्होंने बताया कि जसीडीह व इसके आसपास के क्षेत्रों से खुलने वाली लंबी दूरी वाली ट्रेनों के रख-रखाव को सुव्यवस्थित करने के लिए मधुपुर स्टेशन पर एक अत्याधुनिक कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है. 21.29 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जा रही इस सुविधा में कैटवॉक, स्टैबलिंग लाइन, कोच की मरम्मत के लिए ईओटी क्रेन से सुसज्जित सिकलाइन शेड और सर्विस बिल्डिंग, कंप्रेसर रूम और 50,000 गैलन पानी की टंकी जैसे संबंधित बुनियादी ढांचे के साथ 600 मीटर लंबा रख रखाव पिट होगा, जिससे स्टैबलिंग लाइनों और अन्य सुविधाओं के विद्युतीकरण से इसकी परिचालन क्षमता में और वृद्धि होगी. यह आधुनिक परिसर स्टेशन को स्थानीय स्तर पर ट्रेन रखरखाव को संभालने में सक्षम बनाएगा, जिससे अन्य हब पर निर्भरता कम होगी. उन्होंने कहा कि ट्रेन के पटरी से उतरने या अन्य अप्रत्याशित घटनाओं के दौरान ट्रेन संचालन को तेजी से बहाल करने के लिए, मधुपुर स्टेशन को 140 टन की ब्रेकडाउन क्रेन से भी लैस किया जा रहा है. 6.06 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किए जा रहे संबंधित बुनियादी ढांचे के साथ यह महत्वपूर्ण उपकरण रेलवे पटरियों से बाधाओं को हटाने और क्षतिग्रस्त कोचों को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. क्रेन शेड के लिए नींव का काम पहले ही शुरू हो चुका है, जो आपात स्थितियों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की मधुपुर की क्षमता को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इसके अतिरिक्त, स्व-चालित दुर्घटना राहत ट्रेन के लिए एक समर्पित शेड का निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके लिए परियोजना के लिए 2.42 करोड़ आवंटित किए गए हैं. यह सुविधा दुर्घटनाओं को कम करने के लिए स्टेशन की तत्परता को बढ़ायेगी. सेवाओं की त्वरित बहाली सुनिश्चित करेगी और ट्रेन संचालन में व्यवधान को कम करेगी. मौके पर सीनियर डीएमई अविनाश कुमार, डीएन टू वंदना कुमारी, स्टेशन मास्टर एसके पाठक, आरपीएफ इंस्पेक्टर एचके सिंह समेत अन्य मौजूद थे.

यार्ड एवं प्लेटफॉर्म का किया जायेगा रिमॉडलिंग :

डीआरएम चेतनानंद सिंह ने कहा कि दक्षता में सुधार करने और बढ़ते रेल ट्रैफिक को समायोजित करने के लिए मधुपुर स्टेशन पर 40 करोड़ की अनुमानित लागत से एक व्यापक यार्ड रीमॉडलिंग परियोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है. इसमें भीड़भाड़ को कम करने के लिए एक नये प्लेटफॉर्म का निर्माण, लंबी ट्रेनों को समायोजित करने के लिए मौजूदा रेल लाइनों और प्लेटफॉर्म का विस्तार करना है. सुरक्षित और अधिक कुशल ट्रेन संचालन सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीकृत नियंत्रण के साथ एक उन्नत इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मधुपुर स्टेशन का पुनर्विकास परिचालन लचीलापन और यात्री संतुष्टि का समर्थन करने के लिए मजबूत बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. ये परिवर्तनकारी परियोजनाएं मधुपुर को पूर्व रेलवे नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित करेंगी, जो दक्षता और विश्वसनीयता के साथ नियमित और आपातकालीन दोनों परिचालनों का प्रबंधन करने में सक्षम है.

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आसनसोल डीआरएम ने मधुपुर स्टेशन का किया निरीक्षण

मधुपुर स्टेशन को 140 टन की ब्रेकडाउन क्रेन की मिलेगी सुविधा

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