सोनारायठाढ़ी . प्रखंड क्षेत्र की भोड़ाजमुवा पंचायत अंतर्गत सरसकुंडा गांव में योजनाओं की जांच के लिए राज्य स्तरीय टीम शनिवार को सोनारायठाढ़ी पहुंची, जहां उन्होंने मनरेगा योजना के तहत निर्मित डोभा स्थल की जांच की, जिसमें योजना में मेट के लगभग 3. 80 लाख की निकासी की बात सामने आयी. वहीं भोड़ाजमुवा गांव में टीम ने लाभुक सईद अंसारी का डोभा व गांव में बने आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया. सईद अंसारी के डोभा की खुदाई में लगभग 1.50 लाख की निकासी की गयी है. टीम ने भोड़ाजमुवा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया, जिसमें केंद्र का निर्माण अधूरा पाया गया. हालांकि केंद्र पर बच्चे मौजूद थे. टीम ने बिंझा पंचायत के कुरवा टोला में बन रहे डोभा की भी जांच की. वहीं बारा कमरा डंगाल गांव में मनरेगा डोभा, सिचाई नाला व सिचाई कूप योजनाओं का निरीक्षण किया. टीम ने सारवां प्रखंड क्षेत्र की लखोरिया पंचायत के भुरकुंडा गांव में मुन्ना राय, प्रांधन राय, सुनील हजारी व नुनीय सोरेन के मनरेगा डोभा की जांच की. निरीक्षण के दौरान टीम के राज्य समन्वयक राजीव कुमार रंजन ने कहा कि योजनाओं के चयन में कर्मियों द्वारा स्थल का सही रूप से चयन नहीं किया जाता है. बताया कि अधिकतर मनरेगा डोभा में जल आने व जल निकासी की व्यवस्था लाभुकों द्वारा नहीं की गयी है. बागवानी योजनाओं में लाभुकों को पौधे की समय समय पर सिंचाई, दवाई, निराई, खुदाई करने का निर्देश दिया. टीम में सहायक नरेंद्र कुमार, एमआईएस अर्थशास्त्री मनोज कुमार राय, बीपीओ अमित कुमार भगत, अनूप कुमार राय, कनीय अभियंता उमेश कुमार सिंह, इनायत अकरम, रोजगार सेवक मुहम्मद युसूफ, मुखिया खुर्शीद अंसारी, चमन प्रवीण, रोजगार सेवक शिवजी भगत समेत कई पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे. टीम ने बताया कि योजनाओं की रिपोर्ट उच्चधिकारियो को की जायेगी.
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