Jharkhand News: स्कूलों में अब बच्चे करेंगे कितकित, खेलेंगे गुलेल और कंचा
कक्षा के संचालन के लिए अब आदर्श दिनचर्या (स्टैंडर्ड डेली रूटीन) तैयार की गयी है. सभी सरकारी स्कूलों (कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय) सहित सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में यह लागू किया जायेगा.
नयी शिक्षा नीति 2020 के तहत सरकारी स्कूलों में प्राचीन क्षेत्रीय खेलों को बढ़ावा दिया जायेगा. बच्चों में सुधार, सर्वांगीण विकास, बौद्धिक स्तर को बढ़ाने, सीखने के साथ-साथ विद्यालय शिक्षण में खेल एवं शारीरिक शिक्षा को सम्मिलित किया गया है. जिले के विद्यालयों में पारंपरिक क्षेत्रीय खेल मसलन गुलेल, कंचा, कितकित, सेकोर, लट्टू, गोटी को बढ़ावा दिया जायेगा.
कक्षा के संचालन के लिए अब आदर्श दिनचर्या (स्टैंडर्ड डेली रूटीन) तैयार की गयी है. सभी सरकारी स्कूलों (कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय) सहित सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में यह लागू किया जायेगा. विद्यालय के प्रात:कालीन सभा में प्रार्थना गीत के साथ संविधान की प्रस्तावना, आज का सुविचार, महत्वपूर्ण दिवस, प्रश्नोत्तरी के साथ तीन मिनट तक न्यूज हेडलाइन (मुख्य समाचार) भी बताया जायेगा.
15 मिनट की मॉर्निंग असेंबली में सभी शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य की गयी है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड के सचिव द्वारा पत्र जारी कर जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं.
बुधवार और शनिवार को एक समान कक्षा का संचालन होगा
गर्मी के मौसम में एक अप्रैल से 30 जून तक सुबह 6:45 बजे लंबी घंटी के साथ विद्यालय प्रारंभ होगा. प्रात:कालीन सभा सुबह सात बजे शुरू होगी. एक जुलाई से 31 मार्च तक वर्ग कक्ष का संचालन एक समान होगा. दैनिक कक्षाओं का संचालन सोमवार, मंगलवार, गुरुवार व शुक्रवार को एक समान और बुधवार व शनिवार को विद्यालय का संचालन एक समान होगा. प्रत्येक सप्ताह बुधवार व शनिवार को पीटी, ड्रील, एरोबिक्स, योग, नुपूर, योगा, दिमागी कसरत वाली प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया जायेगा. इस दिन शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एक घंटी दी जायेगी.
खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आदर्श समय दिया जायेगा
कक्षा समाप्ति के बाद प्रतिदिन अपराह्न तीन बजे से चार बजे तक खेल गतिविधियों का संचालन किया जायेगा. गर्मी के मौसम में एक अप्रैल से 30 जून तक प्रात: 6.45 बजे खेल का संचालन किया जायेगा. एक विद्यालय-एक खेल विधा के तहत क्षेत्र के लोकप्रिय खेल का संचालन किया जायेगा. विद्यालय द्वारा चयनित खेल ओलंपिक, राष्ट्रमंडल, एशियन प्रतियोगिता के लिए सूची में शामिल होना जरूरी है.
नोडल शिक्षक व प्रधानाध्यापक की देखरेख में पारंपरिक क्षेत्रीय खेल होगा
जिले के विद्यालयों में पारंपरिक क्षेत्रीय खेल मसलन गुलेल, कंचा, कितकित, सेकोर, लट्टू, गोटी को बढ़ावा दिया जायेगा. यह खेल शारीरिक शिक्षा के शिक्षक, नोडल शिक्षक, प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक की देखरेख में संचालित किये जायेंगे.
प्रतिदिन अंगरेजी, हिंदी व गणित के लिए दो घंटी प्रस्तावित
नयी शिक्षा नीति के तहत विद्यालयों में हर दिन अंगरेजी, हिंदी व गणित विषय के लिए दो घंटी प्रस्तावित किया गया है. नयी शिक्षा नीति के तहत पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों के लिए बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (एफएलएन) को विशेष महत्व दिया गया है. तीसरी कक्षा तक के बच्चों के साथ अंग्रेजी एवं हिंदी अभ्यास के लिए कम से कम 90 मिनट एवं गणित विषय के अभ्यास के लिए 70 मिनट अनिवार्य रूप से दिया जाना है.
शिक्षकों को लेसन प्लान बनाना होगा
विभागीय अधिसूचना के तहत कक्षा से पहले शिक्षकों को सभी विषयों के लिए लेसन प्लान तैयार करना होगा. प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर के आधार पर ही कक्षा के दौरान अध्यापन कार्य होगा. इसका अनुपालन सभी प्रकार के विद्यालयों में लागू होगा. छठी से दसवीं तक के समय सारिणी में गणित, विज्ञान एवं अंगरेजी विषय को प्रथम, द्वितीय व तृतीय घंटी में एवं सप्ताह में प्रत्येक दिन कक्षा संचालित करना होगा. प्रयोगशाला विषय, पुस्तकालय व स्मार्ट क्लास की कक्षा सप्ताह में दो दिन करना अनिवार्य होगा.