देवघर : स्वास्थ्य विभाग ने रांची की गलती देवघर में भी दोहरायी. यहां भी संदिग्ध की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही क्वारेंटाइन पीरियड पूरा होने के कारण उसे गम्हरिया गांव भेज दिया गया. सोमवार को जब उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई, तो स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों के होश उड़ गये. सारवां बीडीओ ने वहां के थाना प्रभारी को युवक को पूरी सुरक्षा में अस्पताल लाने का निर्देश दिया.
बताया जाता है कि मां, भाभी और चार साल के भतीजे के साथ युवक को एंबुलेंस से आइसोलेशन सेंटर लाया गया है. युवक के सैंपल भी जांच के लिए भेजे जायेंगे. उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देश पर गम्हरिया गांव को सील कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार, पंजाब में मजदूरी करनेवाला गम्हरिया का युवक 30 मार्च को घर लौटा था. उसे सारवां के कस्तूरबा विद्यालय में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था.
13 अप्रैल को उसका स्वाब सैंपल लिया गया था, लेकिन उसकी रिपोर्ट अाने से पहले ही क्वारेंटाइन पीरियड (14 दिन) पूरा होने के कारण उसे घर भेज दिया गया. साथ ही उसे होम क्वारेंटाइन में रहने की हिदायत दी गयी. सोमवार को जैसे ही धनबाद के पीएमसीएच से उसके कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आयी स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया.