15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी निरक्षर को 2027 तक साक्षर बनाने का लक्ष्य

डाबरग्राम स्थित पंचायत प्रशिक्षण संस्थान में उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत राज्य संसाधन समूह के सदस्यों का दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार को हुई. इसमें हरेक जिला से दो-दो प्रतिभागी सहित 45 पंचायतों के मुखिया शामिल हुए.

By Prabhat Khabar News Desk | September 30, 2024 7:21 PM

प्रतिनिधि, जसीडीह: डाबरग्राम स्थित पंचायत प्रशिक्षण संस्थान में उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत राज्य संसाधन समूह के सदस्यों का दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार को हुई. इसमें हरेक जिला से दो-दो प्रतिभागी सहित 45 पंचायतों के मुखिया शामिल हुए. कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर कुमार सिंह, राष्ट्रीय साक्षरता केंद्र की प्रो डॉ बाणी बोरा, राज्य साक्षरता मिशन के नोडल पदाधिकारी मनोज कुमार निराला ने किया. कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार भी शामिल हुए. डीपीआरओ ने सभी मुखिया से कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. हम अपने आप के लिए बहुत कार्य करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी कार्य करना चाहिए, जिससे हमें आत्मिक शांति मिल सके. डीइओ ने कहा कि हम सभी को राज्य में शत-प्रतिशत साक्षरता दर प्राप्त करना है तो इस कार्यक्रम को सफल बनाना होगा. इसके बाद ही 21वीं सदी के अनुरूप अपने नागरिकों का विचार निर्माण कर सकते हैं. नोडल पदाधिकारी मनोज कुमार निराला ने कहा कि संकुल स्तरीय नव भारत साक्षरता समिति व विद्यालय स्तरीय नव भारत साक्षरता समिति के अध्यक्ष पंचायत के मुखिया होते हैं. उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी असाक्षरों को साक्षर किया जा रहा है. 2027 तक शत-प्रतिशत साक्षरता दर प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है. कार्यक्रम में मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता के साथ-साथ डिजिटल साक्षरता, कानूनी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता आदि को भी शामिल किया गया है. मौके पर सिद्धांत सिंह, राजेंद्र शर्मा आदि मौजूद थे.

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