मरम्मत के लिए कोलकाता भेजे गये बाह्य व आंतरिक अरघा
जकीय मासव्यापी श्रावणी मेला 22 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है. मेले में जलार्पण करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बाबा मंदिर प्रशासन ने भी तैयारी तेज कर दी है.
संवाददाता, देवघर. राजकीय मासव्यापी श्रावणी मेला 22 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है. मेले में जलार्पण करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बाबा मंदिर प्रशासन ने भी तैयारी तेज कर दी है. मिली जानकारी के अनुसार, बिजली, पानी, एसी के अलावा जलार्पण से संबंधित सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर दुरुस्त किया जा रहा है. मंदिर प्रशासन ने बाह्य तथा आंतरिक अरघा को मरम्मत कराने के लिए कोलकाता भेज दिया है. कोलकाता से मरम्मत होकर आने के बाद मेले के दौरान जलार्पण के लिए इसे लगाया जायेगा. श्रावण के महीने में जो श्रद्धालु कतार में न लगकर बाबा पर जलार्पण करने की चाहत रखते हैं, उनके लिए हर बार की तरह इस बार भी निकास द्वार के पास नीर कुंड के निकट तीन बाह्य अरघा लगाये जायेंगे. इस अरघा में अर्पित जल को बाबा के शिवलिंग पर पाइप लाइन के माध्यम से जलार्पण की व्यवस्था रहेगी. आंतरिक अरघा को मंदिर के मंझला खंड में लगाया जायेगा. कांचा जल पूजा के बाद श्रद्धालुओं के लिए अरघा लगा दिया जायेगा. मुख्य आंतरिक अरघा में जलार्पण करने वाले कावंरिये बाबा का दर्शन कर जलार्पण होता देख पायेंगे, जबकि बाह्य अरघा का जलार्पण बाबा मंदिर की छत पर लगे बड़े एलइडी स्क्रीन में दिखाई देगा. पार्वती मंदिर में भी बाह्य अरघा की व्यवस्था रहेगी. यहां अंदर जाने वाले भक्तों को स्पर्श पूजा का लाभ मिलेगा. बाहर बाह्य अरघा के लिए बड़ा जल पात्र रखा होगा, जिसमें कतार में लगकर गर्भगृह तक जाने में असमर्थ श्रद्धालु गंगा जल डालेंगे. समय-समय पर मंदिर प्रशासन की ओर से इसमें रखे जल को पार्वती मंदिर में जाकर जलार्पण किया जायेगा.
——————————————* श्रावणी मेले की तैयारी में जुटा मंदिर प्रशासन
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