देवघर : बुधवार को जनजाति सुरक्षा मंच के तत्वावधान में समाहरणालय के निकट धरना प्रदर्शन किया. जिले के विभिन्न प्रखंडों से अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों ने अपनी एकजुटता दिखायी तथा धर्म-परिवर्तन के बाद भी अनुसूचित जनजाति के आरक्षण का लाभ लेने वालों का विरोध किया. मंच के जिला संयोजक वीरेंद्र कुमार मरांडी ने धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा कि अनुसूचित जनजाति के कई लोगों ने अपना धर्म बदल लिया है, लेकिन वे बहरहाल आरक्षण का लाभ ले रहे हैं, जो नियमों के प्रतिकूल है. उन्होंने कहा कि, इस संबंध में सरकार झारखंड विधान सभा में अधिनियम पारित कर केंद्र सरकार को भेजें. प्रदर्शनकारी तख्तियों में स्लोगन लेकर डटे रहे और धर्मांतरित जनजातियों का आरक्षण समाप्त करने आदि की मांगें रखीं. धरना प्रदर्शन के बाद मंच की ओर से मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा. ज्ञापन में उल्लेख है कि अनुसूचित जनजाति से धर्म परिवर्तन करने वालों को आरक्षण के लाभ से वंचित किया जाये. इसके लिए मंच पहले से आवाज बुलंद करती रही है. ज्ञापन में जिला संयोजक के अलावा रामेश्वर हांसदा, ब्रजभूषण, संतोष मुर्मू, पकु सोरेन, अनिल हेंब्रम, ललिता हेंब्रम, भगलु मुर्मू, सोनामुनी सोरेन, जगदीश किस्कू, विकास किस्कू, जियाराम टुडूु,मिस्त्री मरांडी, डृुग्गा मरांडी, रामजीत हेंब्रम आदि मोजूद थे.
मोहनपुर अंचल स्थित कुंडा मोड़ के समीप चरकीपहाड़ी मौजा में नया सर्किट हाउस व होली डे होम आसपास बनेगा. होली डे होम के बाद नया सर्किट हाउस के लिए भी इस जमीन को चिह्नित किया गया है. कुल सात एकड़ भूमि में पांच एकड़ भूमि नया सर्किट हाउस व दो एकड़ भूमि होली डे होम के लिए जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव राजस्व शाखा को भेजा गया है. चरकीपहाड़ी मौजे में चिह्नित यह जमीन नया समाहरणालय के बिल्कुल नजदीक है. साथ ही देवघर एयरपोर्ट व शहर से नजदीक है. चरकीपहाड़ी में चिह्नित की गयी यह जमीन सरकारी है. यहां एक छोटी पहाड़ी भी है. उक्त भूमि तक जाने के लिए कुंडा मोड़ से 20 फीट चौड़ी सरकारी सड़क है. पिछले दिनों डीसी, एसी व सीओ ने नया सर्किट हाउस व होली डे होम के लिए चिन्हित जमीन का जायजा लिया था. प्रस्तावित नया सर्किट हाउस की जमीन से नया समाहरणालय तक जाने के लिए एक सीधी सड़क भी बनाये जाने की योजना है. कुंडा मोड़ से उक्त भूमि की दूरी मात्र 300 फीट है. होली डे होम के लिए भी केंद्र सरकार ने 12 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिया है.