प्रतिनिधि, पालोजोरी. किसे पता था कि पोती की शादी को लेकर कई अरमान सजाये दादी की अर्थी, लड़की की डोली उठने से पहले ही उठ जायेगी. घटना दुबराजपुर गांव की है, जहां सोमवार की रात मनोज राणा की पुत्री पूनम के विवाह समारोह को लेकर लोग तैयारियों में लगे थे और खुश थे. पूनम की दादी, मामी सहित अन्य लोगों के बीच काफी खुशी का माहौल था. मनोज राणा की पुत्री पूनम का शादी मंगलवार 10 दिसंबर को होनी थी. लेकिन खुशी पल भर में ही मातम में बदल गयी.
शादी समारोह में लड़की पक्ष के लोग परंपरा के अनुसार विभिन्न तरह के नेग-नियम की रस्म को निभा रहे थे. वैवाहिक नेग नियम में से एक पनसहा या पणनेती भी होती है, जिसमें घर की महिलाएं एक होकर घर के पास स्थित तालाब में पानी नेतने जाती है. सोमवार को पानी नेतने जाते समय मनोज की मां (पूनम की दादी) बसंती देवी, मनोज की फुआ पुनकु देवी व पूनम की मांमी संजू देवी की दुर्घटना में मौत हो गयी. एक परिवार की तीन महिलाओं की एक ही झटके में हुई मौत की घटना से वैवाहिक समारोह वाले घर वज्रपात सा हो गया. हर ओर जहां खुशियों का माहौल था वहां मातम पसर गया. परिवार ने एक ही झटके में तीन-तीन सदस्यों को खो दिये. घटना के बाद परिजन कुछ सोचने-समझने की स्थििति में नहीं थे. मनोज ने बताया कि घटना के बाद बड़े बुजुर्गों से बात कर आनन फानन में एक दो रिश्तेदारों के साथ लड़की को चूटोनाथ मंदिर भेज कर मंगलवार को उसका विवाह कराया और वहां से ही उसे ससुराल विदा कर दिया.दुमका जिले के बासमाता से ही आने वाली थी बारात
पूनम का विवाह दुमका जिले के बस पहाड़ी बासमता में तय हुआ. मंगलवार की रात बारात दुबराजपुर आने वाली थी. लेकिन इस घटना के बाद बारात दुबराजपुर नहीं आयी और किसी तरह मंदिर से लड़की का विवाह कराया गया. एक ओर जहां बेटी की डोली विदा हुई वहीं दूसरी ओर तीन-तीन अर्थियों को कंधा देना पड़ा. इस घटना से क्षेत्र में गम का माहौल है. आसपास के लोग का साथ पूरा गांव ही घटना के मर्माहत है.*दादी समेत घर की तीन महिलाओं की सड़क दुर्घटना में हुई मौत
*परिजनों ने लड़की की दुमका के चूटोनाथ मंदिर में करायी शादीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है