देवघर : बाबाधाम में आज चढ़ेगा तिलक, एक लाख से अधिक भक्तों का पहुंचा हुजूम
मिथिलांचल से आये तिलकहरुए बसंत पंचमी के अवसर पर बाबा नगरी में अपने-अपने आवासन स्थल पर भैरव पूजा कर मोतीचूर के लड्डू का भोग लगायेंगे. इसके बाद फाग के गीत गाते हुए भैरव बाबा पर अबीर चढ़ाकर तिलक की खुशी में एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई देंगे.
देवघर : बसंत पंचमी पर बुधवार को बाबा बैद्यनाथ का तिलक चढ़ाया जायेगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. परंपरा के अनुसार बाबा के तिलकोत्सव में शामिल होने के लिए मिथिलांचल से एक लाख से अधिक तिलकहरुए बाबानगरी पहुंच गये हैं. ये तिलकहरुए शहर के स्कूल-कॉलेज परिसर समेत अन्य जगहों पर ठहरे हुए हैं और बाबा की भक्ति में लीन हैं. मिथिला से आये भक्त ठहराव स्थल पर भजन-कीर्तन कर रहे हैं. पूरी बाबा नगरी हर हो भोला व बमबम महादेव के जयकारे से गुंजयमान हो रहा है. बुधवार तक करीब डेढ़ लाख कांवरिया भक्तों के बाबा नगरी पहुंचने व जलार्पण करने की उम्मीद है.
बाबा मंदिर में परंपरा के अनुसार होगी बाबा की तिलक पूजा
बाबा मंदिर में परंपरा के अनुसार मंदिर इस्टेट की ओर से बुधवार को बाबा की विधिवत तिलक पूजा होगी. इसके बाद बाबा पर अबीर अर्पित करने की परंपरा का निर्वहण किया जायेगा. अहले सुबह सरदारी पूजा के बाद दिनभर जलार्पण के पश्चात मंदिर का पट बंद होगा. उसके बाद शाम में मंदिर का पट खुलने के पश्चात सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा बाबा की शृंगार पूजा करने के लिए मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश करेंगे. बाबा को फूलेल लगाने के बाद शृंगार पूजा को बीच में रोक कर तिलक पूजा की जायेगी. तिलक पूजा मंदिर परिसर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के बरामदे पर उपचारक भक्ति नाथ फलहारी की अगुवाई में होगी. मंदिर के इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित सरदार पंडा को तिलक पूजा करायेंगे. इस पूजा में आम का मंजर आदि अर्पित किया जायेगा. वहीं अंत में अबीर अर्पित कर आरती के पश्चात बाबा की तिलक पूजा होने की घोषणा की जायेगी. वहीं शृंगार पूजा के दौरान बाबा को चंदन लगाने के बाद गुलाल चढ़ा कर बाबा का तिलक किया जायेगा. इसके बाद बाबा मंदिर में अबीर चढ़ाने की परंपरा होली तक जारी रहेगी.
बाबा का तिलक होने के साथ ही शुरू हो जायेगी मिथिला की होली
मिथिलांचल से आये तिलकहरुए बसंत पंचमी के अवसर पर बाबा नगरी में अपने-अपने आवासन स्थल पर भैरव पूजा कर मोतीचूर के लड्डू का भोग लगायेंगे. इसके बाद फाग के गीत गाते हुए भैरव बाबा पर अबीर चढ़ाकर तिलक की खुशी में एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई देंगे. इसके बाद से मिथिलावासियों की होली को प्रारंभ करेंगे. तिलकहरुए अपने आवासन स्थल पर अबीर खेलने के बाद तिलक में चढ़ाये गये गुलाल को प्रसाद के तौर पर अपने साथ लेकर जायेंगे तथा उसी गुलाल से नवविवाहिताओं की पहली होली शुरू होगी.
मंगलवार को एक लाख से अधिक कांवरियों ने किया जलार्पण
बाबा के तिलक में शामिल होने के लिए बाबा नगरी पहुंचे तिलकहरुओं की भीड़ अहले सुबह तीन बजे से ही बाबा मंदिर पहुंचने लगी थी. इस दौरान कांवरियों की कतार शिवराम झा चौक से आगे जलसार चिल्ड्रेन पार्क तक पहुंच गयी. भीड़ के कारण कांवरिये इस चौक पर ही कांवर रख कर कतारबद्ध होते दिखे. वहीं सड़क पर कांवर का ढेर लग जाने के कारण रोड भी काफी देर तक जाम रहा. बाबा मंदिर में शाम के करीब सात बजे तक एक लाख से अधिक कांवरियों ने जलार्पण किये. वहीं 9761 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम कूपन लेकर पूजा की. भक्तों को सुलभ जलार्पण कराने के लिए भारी संख्या में पुलिस व दंडाधिकारियों के अलावा पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी.
आज पांच सौ रुपये में मिलेगा शीघ्रदर्शनम कूपन
बाबा मंदिर में आये भक्तों को पूजा करने के लिए दो तरह की व्यवस्था है. पहली आम कतार जो पूरी तरह से नि:शुल्क है तथा दूसरा शीघ्रदर्शनम कूपन के माध्यम से. इसमें प्रति व्यक्ति आम दिनों में 250 रुपया दर तय है, लेकिन खास दिनों में इसका शुल्क पांच सौ रुपया होता है. बसंत पंचमी के दिन प्रति कूपन पांच सौ रुपये लिया जायेगा. यह जानकारी बाबा मंदिर प्रशासक सह डीसी विशाल सागर ने दी है.
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