देवघर : तीन करोड़ की लागत से बना टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स आज तक नहीं हुआ हैंडओवर
कृषि मंत्री रहते विधायक रणधीर सिंह ने पर्यटन विभाग के 25 लाख की लागत से सिकटिया बराज में शेड, शौचालय व पेयजल की योजना को लेकर शिलान्यास किया. योजना बनी भी ओर उद्घाटन होते ही योजना का बुरा हाल हो गया.
देवघर : सिकटिया के अजय बराज क्षेत्र में परियोजना स्थल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए ” यूको पार्क निर्माण ” की योजना आज तक पूरी नहीं हो सकी. योजना को लेकर जमीन का चयन किया गया और डीपीआर भी तैयार किया गया. लेकिन आचार संहिता की भेंट चढ़ी योजना दोबार शुरू नहीं हो पायी. गौरतलब है कि तत्कालीन विधायक सह स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने योजना को लेकर वन एवं पर्यावरण विभाग, पर्यटन विभाग व जल संसाधन विभाग के साथ 30 मई 2014 और 24 जुलाई 2014 को उच्चस्तरीय बैठक कर क्षेत्र को विकसित करने की योजना पर निर्णय लिया था. बैठक के बाद तत्कालीन वन प्रमंडल पदाधिकारी राजीव रंजन ने छह अगस्त 2014 को झारखंड विधानसभा को भेजी रिपोर्ट में नवाडीह चक दुमहानी में 7.5 एकड़, कुकराहा में चार एकड़ पर योजना को धरातल पर उतारने की रिपोर्ट दी, साथ ही बराज के आसपास मुर्गाबनी, नोनियाटांड, नारंगी, कोलकियारी व सिकटिया मग्नाचक में कुल 181 वन भूमि को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने को लेकर चिह्नित किया, जहां पौधरोपण कार्य कराने की बात कही गयी थी.
सिकटिया बराज. यूको पार्क रह गया अधूरा
इसके अलावा जल संसाधन विभाग के संयुक्त सचिव सुनील कुमार सिन्हा ने सरकार के प्रधान सचिव, वन एवं पर्यावरण विभाग व पर्यटन विभाग के सचिव को 23 सितंबर को भेजे पत्र में अजय बराज स्थल पर यूको पार्क निर्माण को लेकर मौजा नोनियाटांड व सिकटिया में तीन जमीन को चिह्नित किया था और 11 एकड़, 6.22 एकड़ और 9.50 एकड़ क्षेत्रफल वाली जमीन का चयन किया गया था. इन्हीं चिह्नित जमीन पर वन एवं पर्यावरण विभाग को वाटिका का निर्माण कराना था, जिसके बाद जिन्फ्रा कंपनी को डीपीआर तैयार करने का आदेश मिला. जिन्फ्रा ने 20 करोड़ की लागत से निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार किया. डीपीआर में इन क्षेत्रों में वाटिका निर्माण, टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, डियर पार्क, पक्षी विहार, झूलों से सुसज्जित पार्क, फिशरीज प्वाइंट, रेस्टोरेंट समेत कई सुविधाओं पर फोकस किया गया. डीपीआर के आलोक में लगभग तीन करोड़ की लागत से दो टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के निर्माण की स्वीकृति भी मिली. लेकिन आचार संहिता लगने के बाद योजना का कार्य रुक गया.
स्वीकृति टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स का विधायक ने किया था शिलान्यास
योजना में स्वीकृति टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास विधायक रणधीर सिंह ने दो फरवरी 2015 को किया था. शिलान्यास के बाद योजना बनी. लेकिन आज तक विशेष प्रमंडल देवघर ने योजना को हैंडओवर नही किया. विभागीय उदासीनता की वजह से तीन करोड़ के भवन में जंगल- झाड़ी उग आये हैं . वहीं योजना किसके जिम्मे है यह बताने वाला कोई नही है.
वर्ष 2019 में पुनः 25 लाख की योजना का हुआ शिलान्यास
कृषि मंत्री रहते विधायक रणधीर सिंह ने पर्यटन विभाग के 25 लाख की लागत से सिकटिया बराज में शेड, शौचालय व पेयजल की योजना को लेकर शिलान्यास किया. योजना बनी भी ओर उद्घाटन होते ही योजना का बुरा हाल हो गया.
क्या कहते हैं पूर्व स्पीकर
पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने कहा कि सिकटिया यूको पार्क मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट था, 20 करोड़ की लागत से यहां पक्षी विहार, वाटिका विहार, डियर पार्क समेत कई योजना बनने से पर्यटकों का आना जाना लगा रहता, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलता. लेकिन मेरे हारने के बाद वर्तमान विधायक ने योजना पर ध्यान नहीं दिया, जिस वजह से राशि वापस हो गयी. श्रीभोक्ता ने कहा कि योजना पूरा नहीं होने से अफसोस होता है. योजना पूरी होती तो इस क्षेत्र की रौनक ही अलग होती.
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