संवाददाता, देवघर : राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत द्वितीय बैच के सीएचओ को मंगलवार को कुष्ठ रोग संबंधी प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गुप्ता और डीएफआइटी जोनल को-ऑर्डिनेटर बलराम महतो ने दिया. जिला के विभिन्न प्रखंडों में संचालित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में पदस्थापित 30 सीएचओ को कुष्ठ रोग के पहचान व उपचार के साथ डीपीएमआर विकलांगता की रोकथाम, रिएक्शन मैनेजमेंट, एमडीटी, आरसीएस तथा कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी दी गयी. डॉ मनोज ने बताया कि समय पर जांच और इलाज से कुष्ठ रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है. इसकी पहचान त्वचा पर लाल, गहरे या हल्के धब्बे उभरना, धब्बे वाले हिस्से का सुन्न होना, त्वचा के प्रभावित हिस्से से बाल झड़ना, हाथ, उंगली या पैर की अंगुलियों का सुन्न होना, आंखों की पलकें झपकाने में कमी आना आदि शामिल हैं. वहीं जोनल को-ऑर्डिनेटर ने बताया कि 28 अगस्त से जिला में कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलेगा. इस दौरान खोजी दल के सदस्यों की ओर से घर-घर में जाकर कुष्ठ रोग मरीजों की खोज करेंगे. इसमें सीएचओ की अहम भूमिका होगी. इस दौरान डॉ मनोज समेत डॉ सिंह आलोक कुमार और डॉ मनीष शेखर ने सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट दिये. मौके पर विश्वेश्वर राम, रवि कुमार सिन्हा, अभिमानी दांगी, रविचन्द्र मुर्मू, संतोष प्रमाणिक, प्रियंका रानी, सीमा कुमारी, सुमंती एक्का समेत अन्य थे.
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