Deoghar News : दो भाइयों का अपहरण कर 10 लाख रुपये मांगी फिरौती, पुलिस दबिश से छूटे
रिखिया थाना क्षेत्र के खिजुरिया गांव में घर बनाकर रह रहे दो भाइयों का अपराधियों ने अपहरण कर लिया. इसकी सूचना परपुलिस द्वारा दबिश बनायी गयी, तो अपहृतों को अपराधियों ने मुक्त भी कर दिया.
वरीय संवाददाता, देवघर : रिखिया थाना क्षेत्र के खिजुरिया गांव में घर बनाकर रह रहे दो भाइयों का अपराधियों ने अपहरण कर लिया. इसकी सूचना परपुलिस द्वारा दबिश बनायी गयी, तो अपहृतों को अपराधियों ने मुक्त भी कर दिया. इस मामले में पुलिस पांच संदिग्धों को रिखिया थाना लाकर पूछताछ कर रही है. वहीं एक आरोपित की बिना नंबर की डिजायर कार भी पुलिस ने जांच के लिए थाना लायी है. पुलिस द्वारा पूछताछ किये जा रहे संदिग्धों में चार जसीडीह थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव का रहने वाले हैं, जबकि एक संदिग्ध रिखिया के खिजुरिया का रहनेवाला बताया जा रहा है. पूरे मामले को पुलिस गोपनीय रखकर जांच कर रही है. मामले में रिखिया थाना व देवघर पुलिस के कोई भी पदाधिकारी कुछ नहीं बता रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, अपहृत दोनों भाई मूल रूप से बिहार अंतर्गत सिमुलतल्ला थाना क्षेत्र के गादी पियारफेड़ गांव के रहनेवाले हैं और उनके पिता बांका जिलांतर्गत चांदन में रेलवे में नौकरी करते हैं. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, तारणी रजक ने तीन साल पूर्व रिखिया के खिजुरिया में जमीन खरीदकर बाउंड्री कराने के बाद एस्बेस्टस का एक कमरा बनाया, जिसमें उसके दोनों बेटे मुन्ना कुमार व दुर्गा कुमार रहकर कंपीटिशन की तैयारी करते हैं. परिजनों ने बताया कि 23 जनवरी की देर रात करीब 12 बजे अचानक कार से तीन-चार लोग उन दोनों भाइयों के कमरे में आ पहुंचे. हथियार के बल पर दोनों भाइयों को मारपीट करते हुए उनलोगों ने उठाकर कार में बैठा लिया. दुर्गा को आगे सीट पर बैठाया, जबकि मुन्ना का हाथ-पैर बांधकर डिक्की में डाल दिया. इसके बाद कार सवार अपराधी दोनों भाइयों को लेकर जसीडीह थानांतर्गत पुनासी के रास्ते में ले जाने लगे. पुनासी डैम पहुंचने के पूर्व एक जोरिया के पुलिया पर ठोकर में डिक्की किसी तरह खुला, तो मुन्ना कूदकर निकल गया. वहीं दुर्गा को लेकर अपराधियों की कार आगे बढ़ गयी. कुछ ही दूर में स्थित एक घर के पास पहुंचकर मुन्ना ने दरवाजा खटखटाया और घटना की जानकारी देने के लिए पिता को कॉल कराया. उधर, दुर्गा को लेकर अपराधी पुनासी डैम इलाके में ही एक घर में ले जाकर रखे. देर रात करीब एक बजे के बाद उसके ही मोबाइल से दुर्गा के पिता को कॉल कर आरोपितों ने 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी तथा रुपये नहीं देने पर दुर्गा को जान से मार देने की धमकी भी दी. इसके बाद अपहृत परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी. मामले को गोपनीय रखकर पुलिस ने जांच शुरू की. 24 जनवरी को पुलिस ने खिजुरिया के एक व्यक्ति को उठाकर पूछताछ शुरू की. इसी बीच अपराधी दुर्गा को कुछ दूर आगे जंगल में ले जाकर रखे. वहां पिस्टल के बट से दुर्गा के साथ अपराधियों ने मारपीट की. मारपीट में दुर्गा के दाएं आंख के ऊपर सिर में गंभीर चोट भी लगी है. खिजुरिया निवासी व्यक्ति से पूछताछ के बाद रिखिया थाने की पुलिस ने जसीडीह थानांतर्गत ग्वालबदिया निवासी एक पिता-पुत्र समेत बाघमारा व सगदाहा के दो युवकों को हिरासत में लिया. वहीं सगदाहा निवासी युवक की बिना नंबर की डिजायर कार भी रिखिया थाना लाकर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. इसी बीच 25 जनवरी की अहले सुबह पुलिस दबिश के कारण अपराधियों द्वारा दुर्गा को मुक्त कर दिया गया. सुबह करीब आठ बजे पुलिस के पास पहुंचकर दुर्गा ने पूरी कहानी बयां की. समाचार लिखे जाने तक अपहर्ताओं के चंगुल से छूटे दोनों भाई पिता व परिजनों के साथ रिखिया थाने में ही बैठे थे. वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. मीडियाकर्मियों को कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही है. —————— हाइलाइट्स -रिखिया थाना क्षेत्र के खिजुरिया गांव से 23 जनवरी की देर रात दोनों का किया गया था अपहरण -पांच संदिग्धों को थाना लाकर पूछताछ कर रही पुलिस, जांच के लिए डिजायर कार भी जब्त -मामले में कुछ नहीं बता रही पुलिस, चार संदिग्ध हैं जसीडीह थाना क्षेत्र के व एक खिजुरिया का -दोनों भाई रहने वाले हैं बिहार के सिमुलतल्ला थाना क्षेत्र के गादी पियारफेड़ गांव के -खिजुरिया में खरीदी जमीन पर बने एक एस्बेस्टस कमरे में रहकर करते हैं पढ़ाई -इनलोगों के पिता बांका जिले के चांदन में करते हैं रेलवे में नौकरी
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