वरीय संवाददाता,
देवघर
: देवघर पुलिस ने अवैध रूप से चल रहे ऑनलाइन जुए के कारोबार का भंडाफोड़ किया है. नगर थाने की पुलिस ने अवैध लॉटरी के इस कारोबार को चलाने वाले आशीष मिश्रा गिरोह के दो सदस्यों को शहर के बड़ा बाजार सुत्तापट्टी के समीप से गिरफ्तार किया है. गिरोह का एक अन्य सदस्य भीड़ का फायदा उठाते हुए भागने में सफल हो गया. गिरफ्तार दोनों युवकों की तलाशी लेने पर बैजनाथपुर-बंधा निवासी रवि प्रसाद गुप्ता उर्फ मूसा के पॉकेट से एक पॉकेट डायरी व पहले, दूसरे व तीसरे पन्ने के कई बंडल अवैध लॉटरी व उसकी विस्तृत विवरणी मिली, जिसमें अवैध रूप से लॉटरी खेलवाने की पूरी जानकारी थी. उसके पास से एक मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है. पुलिस ने पकड़े गये धोबिया टोला सेठ सूरजमल जालान रोड निवासी दूसरे युवक अभिषेक शर्मा के पास से अवैध लॉटरी की कमाई के 1,130 रुपये जब्त किये हैं. दोनों ने फरार तीसरे सदस्य के बताया कि, लॉटरी व पैसे लेकर वह भाग गया है. पकड़े गये आरोपियों ने किये कई खुलासेकड़ाई से पूछताछ करने पर दोनों ने देवघर शहर में अवैध मटका व लॉटरी आशीष मिश्रा के संरक्षण में बनायी गयी वेबसाइट (www//rajaranicoupon.com^web/master/result.aspx) पर जाकर हर आधे घंटे पर रिजल्ट देख कर लोगों को जुआ का लालच देकर फंसाते हैं. इस बीच 120 रुपये लगाने पर 1000 रुपये कमाने का झांसा देते हैं. दोनों की निशानदेही पर पुलिस छापेमारी करने में जुटी है. पूछताछ के बाद नगर पुलिस ने उक्त दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
आशीष मिश्रा के इशारे पर वेबसाइट में नंबर लगाकर होता है जुआ-लॉटरी का खेल
नगर थाना प्रभारी को सूचना मिली कि शहर में बड़े जोरों से अवैध लॉटरी जुआ खेलने एवं खेलवाने का काम होता है. सूचना के आधार पर पुलिस ने वरीय पदाधिकारी को सूचित करने के बाद टीम गठित कर थाना क्षेत्र के एसबी रॉय रोड ड्रॉलिया मोड़ के समीप छापेमारी की. टीम में नगर थाने के एसआइ प्रशांत कुमार व संदीप कृष्णा के अलावा कई अन्य पुलिस पदाधिकारी व सशस्त्र बल शामिल थे. गिरफ्तार बदमाश रवि प्रसाद गुप्ता उर्फ मूसा ने बताया कि वह 15 दिन पहले ही जेल से निकला है. इसके बाद वह आशीष मिश्रा के इशारे पर रोजाना सुबह 8 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक नगर, रिखिया थाना के विभिन्न इलाके में रहकर चोरी-छिपे अवैध लॉटरी जुआ खेलाने का काम करता है. वेबसाइट के जरिये जानकारी देकर लोगों के 120 रुपये के बदले 30 मिनट में 1000 कमाने का झांसा देते हैं. इसके अलावा कई मोबाइल एप के माध्यम से जुआ खेलवाने की बात कही. इसके लिए जंगी प्राइवेट मैसेंजर एप के माध्यम से जुआ लगाया जाता है. जुआ लगवाने वाले रुपए विभिन्न स्कैनर के माध्यम से आशीष मिश्रा के पास भेजा जाता है. पूछताछ के दौरान गिरोह के सदस्यों ने बताया कि जुआ से हुए कमाई के फंड से आशीष मिश्रा गिरोह में शामिल सदस्यों को फंडिंग कर हथियार खरीदने से लेकर न्यायालय में मुकदमा लड़ने में सहुलियत पहुंचती है.
वेबसाइट बनाकर चलाते थे अवैध जुए का कारोबार, कई बंडल लॉटरी जब्त
120 के बदले 1000 कमाने का देते थे झांसा
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है