प्रमुख संवाददाता, देवघर : 2024 के विधानसभा चुनाव में संताल परगना से चार कद्दावर नेताओं ने चुनाव लड़ा था. इनमें से दो प्रत्याशी ही जीत सके. जिन चार प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था, उनमें भाजपा छोड़ झामुमो में गयीं डॉ लुइस मरांडी इस बार दुमका छोड़ जामा विधानसभा से लड़ीं और जीतीं. इसी तरह उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह जो दल बदलने में माहिर हैं. उन्होंने कांग्रेस, राजद, भाजपा की टिकट पर भी चुनाव लड़ा है. जब किसी दल ने टिकट नहीं दिया, तो वे निर्दलीय भी चुनाव लड़े और अपनी पकड़ की बदौलत चुनाव जीते भी. इस बार भी अंतिम समय में उन्होंने झामुमो का दामन थामा और सारठ विधानसभा से लड़े और जीते.
सीता सोरेन, लोबिन और अकील हारे
जेएमएम छोड़ भाजपा में शामिल हुईं शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन पहले दुमका से लोकसभा चुनाव हारीं और अब जामताड़ा सामान्य सीट से विधानसभा चुनाव भी हार गयी हैं. उन्हें कांग्रेस के डॉ इरफान अंसारी ने हराया. वहीं जेएमएम के कद्दावर नेता रहे लोबिन हेंब्रम, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के वक्त ही भाजपा में शामिल हुए और बोरियो विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. वे वहां के सीटिंग विधायक थे, लेकिन भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर वे अपनी सीट नहीं बचा सके. इसी तरह पाकुड़ से एक कद्दावर नेता अकील अख्तर, जो पिछले चुनाव में आजसू से लड़े थे. लेकिन 2024 के चुनाव में आजसू ने टिकट नहीं दिया, तो वे समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन तीसरे नंबर पर रहे.————————-
प्रत्याशी कितने वोटों से हारेसीता सोरेन : जामताड़ा 43678 (दूसरे नंंबर पर रहीं)
लोबिन हेंब्रम : बोरियो 19273 (दूसरे नंबर पर रहे)अकील अख्तर : पाकुड़ 47039 (वोट मिला और तीसरे नंबर पर रहे)
————————————-दल-बदल कर डॉ लुइस व उदय शंकर सिंह ने जीता चुनाव
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