झारखंड : उज्जवला योजना फिर से शुरू, गरीबों को मुफ्त मिलेगा रसोई गैस कनेक्शन
देवघर में उज्जवला योजना फिर से शुरू कर दिया गया है. लाभुकों के चयन को लेकर समिति के गठन का निर्देश भी दिया गया है, ताकि पात्र परिवारों को चिन्हित कर उन्हें मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दिया जाए. हाल ही में केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना की सब्सिडी भी बढ़ाई है.
Ujjwala Yojana in Deoghar: गरीबों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने की योजना को फिर से शुरू कर दिया गया है. उज्जवला योजना के तहत वैसे गरीब परिवार जिनके पास गैस कनेक्शन नहीं हैं और खाना बनाने में परेशानी हो रही है, उन परिवारों को गैस एजेंसियों द्वारा चिन्हित कर कनेक्शन दिया जायेगा. इसके लिए भारत सरकार ने जिला में उज्ज्वला समिति (डीयूसी) बनाने का निर्देश दिया है. कहा गया है कि समिति पीएम उज्ज्वला योजना (एलपीजी) के कार्यान्वयन की निगरानी और यह सुनिश्चित करेगी कि केवल पात्र परिवारों को एलपीजी कनेक्शन प्राप्त हो. समिति में डीएसओ, उज्जवला के नोडल पदाधिकारी, डीसी द्वारा चयनित दो अधिकारी, दो गैर सरकारी अधिकारी व दो पुरानी एजेंसी के लोग शामिल रहेंगे. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस संदर्भ में अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है. दशहरा के बाद कमेटी का गठन कर मुख्यालय को रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जायेगी.
क्या है उज्जवला योजना
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना या पीएमयूवाइ ऐसी सरकारी योजना है, जिनका आम लोगों की जिंदगी पर सीधा असर पड़ता है. इस योजना की शुरुआत साल 2016 में हुई थी, इसके तहत ग्रामीण और गरीब लोगों को एलपीजी गैस सिलिंडर का कनेक्शन दिया जाता है. इसका मूल उद्देश्य स्वच्छ ईंधन को बढ़ावा देना है. चूंकि, गांवों और गरीब घरों में खाना बनाने के लिए लकड़ियों, उपलों और कोयले का इस्तेमाल होता रहा है, जिनसे काफी धुआं निकलता है. यह योजना भारत सरकार की गरीबी उन्मूलन और समृद्धि के लिए कई योजनाओं का हिस्सा है. यह गरीब महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास है.
उज्जवला योजना पर बढ़ी सब्सिडी की राशि
हाल ही में केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना के लाभार्थियों को थोड़ी और राहत दी है. इसी साल अक्टूबर महीना शुरू होते ही सरकार ने उज्जवला योजना पर सब्सिडी की राशि 200 रुपये बढ़ाकर 300 रुपये कर दी. आमलोगों को वर्तमान में 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर के लिए 900 रुपये से अधिक देने होते हैं. जबकि, योजना के तहत लाभार्थियों को 700 के करीब रुपये देना होता था. केंद्र सरकार की ओर से सब्सिडी बढ़ाने के बाद उज्जवला योजना के लाभार्थियों को करीब 600 रुपये देना होगा.