देवघर : साइबर ठगों की तलाश में यूपी और उत्तराखंड की पुलिस का मधुपुर में छापा, ठगी में एक महिला भी शामिल
साइबर ठगी करने वाले आरोपियों ने उत्तराखंड के एक दंपती से एक निजी के अस्पताल परिसर में अपार्टमेंट बुकिंग कराने के नाम पर एक लाख 29 हजार की ठगी कर ली. यूपी के अलीगढ़ थाना क्षेत्र में लोगों से बैंक अधिकारी बन फर्जी ढंग से नये तरीके से ठगी की गयी है. इन्हीं मामलों में पुलिस मधुपुर पहुंची है.
मधुपुर. साइबर ठगी करने वाले आरोपियों ने उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के एक दंपती से एक निजी के अस्पताल परिसर में अपार्टमेंट बुकिंग कराने के नाम पर एक लाख 29 हजार की ठगी कर ली. मामले को लेकर बुधवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की पुलिस टीम मधुपुर पहुंची और स्थानीय पुलिस के सहयोग से साइबर आरोपियों की तलाश में छापेमारी की. बताया कि मोबाइल लोकेशन व उपलब्ध दस्तावेज के आधार पर आरोपियों का ठिकाना मधुपुर मिला है.
लिंक पर क्लिक करने के बाद खाते से एक लाख 29 हजार की निकासी
उत्तराखंड की पुलिस साइबर ठगी करने वाले आरोपियों की तलाश में मधुपुर के आसपास के क्षेत्र में छापेमारी कर रही है. पुलिस टीम ने बताया कि दंपती मोबाइल पर अपार्टमेंट बुक कराने के लिए सोशल साइट पर सर्च कर रहे थे. इसी क्रम में साइबर ठगी के आरोपियों के झांसे में आ गये और एक लिंक पर क्लिक करने के बाद उनके खाते से एक लाख 29 हजार की निकासी हो गयी. पीड़ित दंपति ने बाद में थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. वहीं पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में मधुपुर इलाके के साइबर आरोपी का नाम सामने आया.
महिला समेत छह साइबर आरोपियों की तलाश में अलीगढ़ की पुलिस पहुंची मधुपुर
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ थाने की पुलिस टीम एक महिला समेत करीब छह साइबर आरोपियों की तलाश में बुधवार को मधुपुर पहुंची. स्थानीय पुलिस के सहयोग से अलीगढ़ की पुलिस टीम ने साइबर ठगी के आरोपियों की तलाश कर रही है. साइबर ठगी मामले में एक महिला भी शामिल है. यूपी के अलीगढ़ थाना क्षेत्र के अलग-अलग जगह में लोगों से बैंक के अधिकारी बन कर फर्जी ढंग से अलग-अलग लिंक भेज कर नये तरीके से ठगी की गयी है.
अलग-अलग गांव में एक महिला समेत छह आरोपियों का नाम सामने आया
अलीगढ़ थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अनुसंधान के बाद मधुपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव में एक महिला समेत छह आरोपियों का नाम सामने आया है. पुलिस टीम ने पिपरासोल, सलैया और बारा गांव जाकर आरोपियों के घरों के सत्यापन में जुटी हुई है. पुलिस की टीम मधुपुर थाना क्षेत्र में हर तरफ सेरच अभियान चला रही है ताकि साइबर ठग को गिरफ्तार में लिया जा सके.
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5 जुलाई को जामताड़ा से पांच साइबर आरोपी गिरफ्तार
बीते दिनों 5 जुलाई को साइबर आरोपियों के विरुद्ध चलाए जा रहे छापेमारी अभियान के तहत नारायणपुर व करमाटांड़ थाना क्षेत्र से जामताड़ा पुलिस ने पांच साइबर आरोपियों की गिरफ्तार किया था. उस मामले के उद्भेदन के दौरान यह जानकारी मिली थी कि सभी ठग अपने आप को बिजली विभाग के अधिकारी बताते थे और बाद में मेसेज के माध्यम से उन्हें अपनी ठगी का शिकार बनाते थे. ऐसे कई मामले आए दिन देखने को मिलते रहे है.
सिविल कोर्ट के अधिवक्ता हुए ठगी के शिकार
जैसे कुछ दिनों पहले रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता बिनय कुमार व उनके बेटे प्रतीक आनंद के खाते से साइबर अपराधी ने नौ लाख 64 हजार रुपये निकाल लिया था. उन्होंने बताया था कि 21 जून को उनके पुत्र प्रतीक आनंद के दोस्त सुभांग मिश्रा ने ओएलएक्स ऐप पर अपनी पुराना किताब बेचने के लिए विज्ञापन डाला था. इसी के बाद अपराधियों ने उन्हें अपने जाल में फंसा लिया वह ठगी का शिकार हो गए.
साइबर ठग के शिकार में आने से ऐसे बचे
हालांकि, आए दिन पुलिस के तरफ से यह बताया जाता है कि किसी को अपना पिन, ओटीपी और अन्य प्राइवेट चीजें नहीं देनी चाहिए. साथ ही किसी भी मेसेज में अगर कोई लिंक दिया हुआ है तो उसे इग्नोर करना चाहिए. गिफ्ट, प्राइज़ मनी समेत किसी भी लुभावने विज्ञापन या कॉल के झांसे में नहीं आना चाहिए वरना आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते है. साथ ही ऐसी स्थिति में वह नंबर तुरंत पुलिस को दें और इसकी शिकायत अपने नजदीकी थाने में करें.
देवघर बन रहा नया हब!
साथ ही अपने आस-पास के लोगों को भी इसके प्रति सजग करें. बीते कई दिनों से देखने को मिल रहा है और पुलिस भी ऐसी आशंका जता रही है कि झारखंड में जामताड़ा के अलावा भी साइबर ठग अपना अलग हब बनाने की कोशिश में जुटे हुए है जिसमें देवघर जिला भी है. ऐसे में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की पुलिस का यहां आकर तलाशी लेना इस बात की आशंका को और मजबूती प्रदान कर रहा है.