झारखंड के इस स्कूल में उर्दू शब्द हटाया तो ग्रामीणों ने किया हंगामा, पुलिस ने कराया मामले को शांत

देवघर के एक स्कूल में उर्दू शब्द हटाने को लेकर ग्रमीणों ने हंगामा कर दिया. बाद में प्रशासन ने आकर मामला को समझाया तब जाकर मामला शांत हुआ. इसके बाद भी स्कल के शिक्षकों में डक का महौल व्याप्त है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 6, 2022 11:49 AM

देवघर : मारगोमुंडा प्रखंड के चेतनारी उत्क्रमित उच्च विद्यालय में उर्दू शब्द हटाने और शुक्रवार को विद्यालय खुला रहने का ग्रामीणों ने विरोध किया और हंगामा किया. ग्रामीणों ने इस बीच स्कूल के प्रधानाध्यापक सहित अन्य शिक्षकों का घेराव किया. ग्रामीणों ने कहा कि मुस्लिम बहुल क्षेत्र में शुक्रवार को स्कूल बंद रखने की सुविधा मिले.

स्कूल को दोबारा शुक्रवार को खोला गया तो ग्रामीण विद्यालय में ताला जड़ देंगे. सूचना पर पथरोल थाना प्रभारी मनीष कुमार पुलिस बल के साथ स्कूल पहुंचे. वहां ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया. ग्रामीणों ने घंटों हंगामा किया. स्कूल बंद होने के बाद ग्रामीण शांत हुए.

वहीं घटना के बाद स्कूल के शिक्षकों में असुरक्षा का माहौल है. शिक्षकों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सुरक्षा की मांग की है. मामले में पक्ष लेने के लिए कई बार बीइइओ को फोन किया गया. लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.

सरकार ने दिया था निर्देश

ज्ञात हो कि सरकार ने निर्देश दिया था कि सामान्य सरकारी स्कूलों से उर्दू शब्द हटा दिया जाए. शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव ने सभी जिलों के डीसी को पत्र लिख कर इस दिशा में कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. सचिव ने लिखा था कि निर्देश को क्रियान्वित करने में यदि किसी भी व्यक्ति, विद्यालय प्रबंधन या अन्य बाधा उत्पन्न करते हैं, तो दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाये.

अधिसूचित उर्दू विद्यालय को छोड़कर जिन विद्यालयों में उर्दू शब्द जोड़ा गया है, उनके नाम में से अविलंब उर्दू शब्द हटाया जाये. साप्ताहिक अवकाश अधिसूचित उर्दू विद्यालयों को छोड़कर शुक्रवार की जगह रविवार को हो. मध्याह्न भोजन का संचालन रविवार को नहीं होगा.

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