Deoghar News : टेक्नीशियन नहीं रहने से बंद पड़े हैं करोड़ों के वेंटिलेटर
सदर अस्पताल में टेक्नीशियन नहीं होने के कारण करीब चार दर्जन वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं. इनमें से कुछ आइसीयू में, कुछ सदर अस्पताल के वेयर हाउस और कुछ जिला वेयर हाउस में रखे हुए हैं. यही वजह है कि इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है.
संवाददाता, देवघर : सदर अस्पताल में टेक्नीशियन नहीं होने के कारण करीब चार दर्जन वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं. इनमें से कुछ आइसीयू में, कुछ सदर अस्पताल के वेयर हाउस और कुछ जिला वेयर हाउस में रखे हुए हैं. यही वजह है कि इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. आज भी अस्पताल में यदि किसी को वेंटिलेटर की जरूरत होती है, तो उसे सदर अस्पताल के चिकित्सक सीधे रेफर कर देते हैं. गंभीर रूप से बीमारी मरीजों को आज भी वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिलती है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.
विभाग ने टेक्नीशियन नहीं कराया उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सदर अस्पताल में करीब 13 वेंटिलेटर पड़े हुए हैं, जबकि जिला वेयर हाउस में करीब 35 वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं. बावजूद गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिल पाती है. जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध कराने तथा जिला स्वास्थ्य विभाग के पास पड़े वेंटिलेटर का उपयोग करने के लिए राज्य स्वास्थ्य से कई बार टेक्नीशियन की मांग की गयी है, लेकिन टेक्नीशियन उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीजों को आज भी इसकी सुविधा नहीं मिल पा रहा है. कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आउटसोर्सिंग पर टेक्नीशियन को रखा गया था, जिन्हें बाद में हटा दिया गया था.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
वेंटिलेटर चालू करने के लिए विभाग से टेक्नीशियन की मांग की गयी है. टेक्नीशियन मिलने के बाद चालू कर दिया जायेगा. विभाग के पास आउटसोर्स पर टेक्नीशियन रखने को लेकर आग्रह किया गया था, लेकिन इसके लिए विभाग अप्रुवल दें, तो आउटसोर्स पर रख कर चालू किया जायेगा.
डॉ प्रभात रंजन, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल
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