हर आत्मा में होता है सच्चिदानंद स्वरूप परमात्मा का निवास : विज्ञानदेव जी महाराज
कश्मीर से कन्याकुमारी तक शुरू की गयी संकल्प यात्रा में शामिल ब्रह्मविद्या विहंगम योग के सदगुरु संत प्रवर विज्ञानदेव जी महाराज गुरुवार को चितरा पहुंचे. चितरा में अनुयायियों ने उनका भव्य स्वागत किया.
चितरा . ब्रह्मविद्या विहंगम योग के सदगुरु संत प्रवर विज्ञानदेव जी महाराज की कश्मीर से कन्याकुमारी तक शुरू की गयी संकल्प यात्रा गुरुवार रात को चितरा के सहरजोरी पहुंची. इस मौके पर ब्रह्मविद्या विहंगम योग के अनुयायियों का सहरजोरी के निजी ऑडिटोरियम हॉल में भव्य स्वागत किया गया. वहीं विज्ञानदेव जी महाराज की दिव्यवाणी को सुनने के लिए चितरा सहित आसपास के लोग काफी संख्या में पहुंचे. मौके पर सदगुरु संत प्रवर विज्ञानदेव जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि सच्चिदानंद स्वरूप का निवास हर आत्मा में होता है. उन्होंने कहा कि मेहंदी में जिस प्रकार लालिमा छिपी रहती है, दूध में घी और मक्खन, पत्थर में अग्नि छिपी हुई रहती. मगर किसी को दिखाई नही देता है. उसी प्रकार परमपिता परमेश्वर इस संपूर्ण संसार के सभी जीवों में विद्यमान हैं. उन्होंने कहा भक्ति मार्ग, ज्ञान मार्ग व साधना मार्ग से ही परमात्मा के चरणों में जगह बनायी जा सकती है. साथ ही अनादिकाल से भारत विश्व गुरु था, वर्तमान में भी है और आगे भी रहेगा. उन्होंने कहा कि जीवन का लक्ष्य परम पिता परमात्मा की प्राप्ति होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि सात जुलाई से राष्ट्रव्यापी संकल्प यात्रा की शुरुआत की गयी थी. बिहार के 32 जिलों में संकल्प यात्रा की जायेगी. झारखंड में गढ़वा से संकल्प यात्रा शुरू की गयी थी, जो पूरे राज्य में होनी है. उन्होंने यह कहा कि छह- सात दिसंबर को काशी विश्वनाथ की पावन धरती पर ब्रह्मविद्या विहंगम योग महायज्ञ का विशाल अनुष्ठान किया जायेगा, जिसमें देश भर के लाखों अनुयायी भाग लेंगे. मौके पर सैंकड़ों अनुयायी उपस्थित थे.
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