जलापूर्ति की मांग को लेकर ग्रामीणों ने तीन घंटे किया सड़क जाम, आश्वासन मिलने पर जाम हटा
चितरा के विस्थापित गांव भवानीपुर में ग्रामीणों ने जलापूर्ति नहीं होने पर प्रदर्शन किया और कोलियरी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर नाराजगी व्यक्त की. इस दौरान कोलियरी के वाहनों का आवागमन प्रभावित रहा. वही कोलियरी के अधिकारियों ने समस्या दूर करने का आश्वासन दिया है.
प्रतिनिधि, चितरा . चितरा कोलियरी स्थित विस्थापित गांव भवानीपुर के ग्रामीणों ने गांव में नियमित रूप से जलापूर्ति करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने मुखिया के प्रतिनिधि सुजीत रजक की अगुवाई में दमगढ़ा खदान से ओबी डंप जाने वाली सड़क को लगभग तीन घंटे तक बाधित कर दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कोलियरी प्रबंधन के विरुद्ध प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की और अपनी नाराजगी व्यक्त की. सड़क जाम करने से ओबी लदे आउटसोर्सिंग कंपनी की गाड़ियां काफी देर रुकी रही. इसके अलावा कोलियरी में अन्य कामों में लगे दूसरे वाहनों पर भी इसका प्रभाव पड़ा. कोयला उत्पादन के कार्य से जुड़े वाहन के चालकों का काम भी प्रभावित हुआ. इस संबंध में चितरा मुखिया प्रतिनिधि सुजीत रजक ने कहा कि कोलियरी प्रबंधन द्वारा कई महीनों से सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है कि गांव के तालाब में पाइप लाइन से पानी पहुंचायी जायेगी. लेकिन आज तक संबंधित विभाग के अधिकारी ने पहल नहीं की है, जिससे ग्रामीणों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. कहा कि गांव-गांव में जलापूर्ति के लिए आउटसोर्सिंग के तहत दर्जनों पानी टैंकर चलते है और जलापूर्ति व्यवस्था के नाम पर लाखों खर्च भी किये जाते है. लेकिन जरूरतमंद लोगों को समय पर टैंकर द्वारा पानी ही नहीं मिलता है. कहा कि व्यवस्था में सुधार किये जाने पर इस रास्ते से आवागमन करने दिया जायेगा.
कोलियरी महाप्रबंधक ने समस्या दूर करने का दिया आश्वासन
वहीं दूसरी और सूचना मिलने ही कोलियरी महाप्रबंधक ए के आनंद, अभिकर्ता उमेश प्रसाद चौधरी, ई एंड एम के अभियंता राकेश रंजन, प्रबंधक मृत्युंजय चौधरी मौके पर पहुंचे और लंबी वार्ता के बाद महाप्रबंधक ने आश्वासन दिया कि दो माह के अंदर पाइप जोड़कर खदान से गांव के तालाब में जलापूर्ति नियमित रूप से किया जायेगा. कहा कि टैंकर से भी नियमित पानी आपूर्ति की जायेगी. आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटा लिया. मौके पर जयराम रजक, पंकज राय, सोनू यादव, मदन राय, रंजीत रजक, मुकेश मंडल, जवाहर राय, सुधीर राय, बीरू राय, सूरज रजक, विकास राय, कन्हैया रजक, राजा रजक समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.