ग्रामीणों ने सड़क की मरम्मत का कार्य रोका, जमीन के बदले मुआवजे नहीं मिलने का लगाया आरोप
प्रखंड क्षेत्र के रैयतों ने ढीबा मोड़ से करौं तक चल रही सड़क की मरम्मत के कार्य को रोक दिया. ग्रामीणों ने जमीन के बदले मुआवजा नहीं मिलने पर रोष जताया है.
सारठ बाजार. प्रखंड क्षेत्र के बरवा, तेली लडुवा, अलकुशा, ममरजोरी, सिमरातरी, झुनकी समेत अन्य गांवों के रैयतों ने उनकी जमीन का अधिग्रहण होने के बाद भी मुआवजा नहीं मिलने पर नाराजगी जतायी है. वहीं ग्रामीणों ने शुक्रवार को ढीबा मोड़ से करों तक पीडब्ल्यूडी की चल रही सड़क की मरम्मत कार्य को रोक दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि देवघर भू-अर्जन अधिकारी की लापरवाही से उनका भुगतान नहीं हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि ढीबा मोड़ से करों तक 2018 में सड़क चौड़ीकरण ओर मजबूतीकरण के रैयतों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. लेकिन छह महीने बीतने के बाद भी जमींन अधिग्रहण की राशि का भुगतान बरवा गांव के अलावा अन्य गांवों के लिए भी भुगतान नही किया गया. ग्रामीणों का कहना है तीन बार भू-अर्जन से नोटिस दी गयी है. ग्रामीणों का कहना है कि मुआवजे की मांग को लेकर 15 से 20 बार भू-अर्जन कार्यालय का चक्कर लगा चुके है. लेकिन कुछ नहीं हुआ. ग्रामीणों मनोज यादव, सुभाष यादव ,सदानंद महतो, बुधन महतो, बास्की महतो, नित्यानंद यादव किसन महतो, गणु महतो, नवल महतो, परेश महतो, महेंद्र महतो, लक्ष्मी महतो, वकील महतो समेत अन्य लोगों ने बताया कि ढीबा से करौं तक सड़क निर्माण में बरवा गांव के रैयतों की जमीन सड़क के लिए ली गयी थी. सड़क निर्माण के पांच वर्ष बीत गये है. फिर से दोबारा सड़क की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि जब तक रैयतों को जमीन के मुआवजे का भुगतान नही होगा. तब तक सड़क की मरम्मत का कार्य नहीं करने देंगे.
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