ट्रेनों के कोचों में लगेंगे जल स्तर संकेतक, नहीं होगी पानी की समस्या

पूर्व रेलवे जल्द ही ट्रेनों में टंकी में पानी खत्म होने से पहले चेतावनी संकेत उत्पन्न करने के लिए डिब्बों में आइओटी आधारित वास्तविक समय जल स्तर संकेतक का फील्ड परीक्षण करने जा रहा है. यदि कोच में लगे पानी टंकी के जल स्तर न्यूनतम सीमा स्तर तक पहुंच जाता है, ये उपकरण अलर्ट करना प्रारंभ कर देगा.

By Prabhat Khabar News Desk | May 29, 2024 7:09 PM

संवाददाता, देवघर:

कई बार सफर के दौरान ट्रेनों के कोचों में पानी समाप्त हो जाने पर यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. पूर्वी रेलवे ने इस समस्या को देखते हुए इसके निदान पर काम करना शुरू कर दिया है. पूर्व रेलवे जल्द ही ट्रेनों में टंकी में पानी खत्म होने से पहले चेतावनी संकेत उत्पन्न करने के लिए डिब्बों में आइओटी आधारित वास्तविक समय जल स्तर संकेतक का फील्ड परीक्षण करने जा रहा है. यदि कोच में लगे पानी टंकी के जल स्तर न्यूनतम सीमा स्तर तक पहुंच जाता है, ये उपकरण अलर्ट करना प्रारंभ कर देगा. उपकरण ये भी बतायेगा कि किस कोच में पानी का लेवल कितना है. इसके बाद ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी को जल स्तर सीमा के करीब पहुंचने के बारे में एसएमएस, वेब प्लेटफॉर्म के माध्यम से सूचना भेजेंगे, ताकि अगले उपलब्ध स्टेशन पर टंकी भरा जा सके. यह जानकारी पूर्व रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने दी. बताया कि रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार, क्षेत्रीय रेलवे अब तकनीकी आर्थिक उपयुक्तता, दक्षता, पुनः संयोजन और रखरखाव में आसानी से जांच करने के लिए कोचों में इस वास्तविक समय जल स्तर संकेतक और त्वरित जल प्रणाली का परीक्षण करने के लिए तैयार है. पूर्व रेलवे में, दो डिपो को आईओटी आधारित वास्तविक समय जल स्तर सेंसर यानी मैग्नेटिक फ्लोट, कैपेसिटिव और डायाफ्राम (प्रेशर ट्रांसड्यूसर) के परीक्षण के लिए चिन्हित किया गया है. लंबी दूरी की प्रत्येक दो रैक वाली ट्रेनों के एक कोच में फिटमेंट व्यवहार्यता की जांच की जायेगी और परिचालन स्थितियों के तहत तीन महीनों के लिए इन्हें गतिशील परीक्षणों के लिए प्रत्येक डिपो में नामांकित किया जायेगा.

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