संवाददाता, देवघर. शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर के निदेशानुसार उत्क्रमित हाइस्कूल लालपुर में मानसिक रोग एक परिचय विषय पर एक दिवसीय मानसिक रोग जागरुकता कार्यक्रम को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें सदर अस्पताल के मनोरोग सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद शरीफ अंसारी व मनोरोग विभाग के ही क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट अपर्णा रानी ने स्कूल के बच्चों में मानसिक रोग जागरुकता के बारे में बताया. कार्यशाला के माध्यम से बच्चों को मानसिक रोगों के बारे में जानकारी दी गयी.
शारीरिक रूप से स्वास्थ्य होने की तरह ही मानसिक स्वास्थ्य होना भी जरूरी
मनोरोग कार्यकर्ता शरीफ अंसारी ने कहा कि बच्चों के तनाव और स्ट्रेस को कम करने में शिक्षकों की क्या भागीदारी हो सकती हैं . शिक्षक कैसे बच्चों को मानसिक रोग से बचा सकते हैं. इस दौरान बच्चों के व्यवहार में आने वाले परिवर्तनों के बारे में भी बताया. वहीं पढ़ाई के दबाव के प्रभावों पर भी चर्चा की, जिसमें बच्चा तनाव में आता हैं . नशे का आदी हो जाता है ,खुद को नुकसान पहुंचाना, आत्महत्या के बारे में सोचना आदि शामिल है. वहीं प्रतियोगिता और आगे करियर के बारे में सूचना इस चीज को हम कैसे बैलेंस कर सकते हैं. अगर हमारा मानसिक स्वास्थ्य ठीक है तो हम आगे अपने जीवन को अच्छी तरह से जी सकते हैं और साथ समाज में अपना योगदान दे सकते हैं. इन बातों की भी जानकारी दी. वहीं अपर्णा रानी ने बच्चों को मेडिटेशन और योग के बारे में जानकारी देते हुए गुस्सा पर कैसे हम कंट्रोल कर सकते हैं. उसके बारे में विस्तार से बताया.
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