सहिया साथियों का मानदेय बंद, नौकरी पर खतरा
धनबाद :केंद्र सरकार की नेशनल अरबन हेल्थ मिशन (एनयूएसएम) योजना से सहिया साथी की नौकरी पर खतरा उत्पन्न हो गया है. केंद्र सरकार ने सहिया साथी को मिलने वाले मानदेय 38 सौ रुपये भी बंद कर दिया है. सहिया साथियों को 20 दिन का मानदेय 190 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है. सरकार के […]
धनबाद :केंद्र सरकार की नेशनल अरबन हेल्थ मिशन (एनयूएसएम) योजना से सहिया साथी की नौकरी पर खतरा उत्पन्न हो गया है. केंद्र सरकार ने सहिया साथी को मिलने वाले मानदेय 38 सौ रुपये भी बंद कर दिया है. सहिया साथियों को 20 दिन का मानदेय 190 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है. सरकार के नये नियम से सहिया साथी खुद को ठगा महसूस कर रही हैं. एनयूएचएम के नियमानुसार अरबन (शहरी) क्षेत्र के लिए सहिया साथी की जरूरत नहीं है. इस योजना में सहियाओं की संख्या भी कम करने की आशंका है. पहले सहिया साथी व सहियाएं नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनयूएचएम) के तहत काम कर रही थी. अब एनयूएसएम आ गया है. पूरे जिले में 29 सहिया साथी हैं. इसमें धनबाद सदर में 15 हैं.
घटेंगी सहिया की संख्या, एक हजार आबादी पर एक की जरूरत : धनबाद सदर में 290 सहिया हैं. इसमें से 230 शहरी व 60 ग्रामीण क्षेत्र में हैं. नये नियम के अनुसार एक हजार की स्लम आबादी पर एक सहिया को रहना है. धनबाद सदर में 188 स्लम एरिया चिह्नित किये गये हैं. लेकिन अधिकांश स्लम एरिया कहीं तीन तो कहीं पांच सौ की आबादी है. ऐसे में शहरी क्षेत्र में काम कर रही कई सहियाओं की नौकरी खतरे में हैं. सरकार ने उनकी संख्या घटाने की बात कही है.
स्वास्थ्य योजनाओं पर लगा ग्रहण, अधिकारी परेशान
सहिया साथी का मानदेय व सहियाओं का कांसेप्ट बंद करने से दोनों सरकार का विरोध करते हुए कार्य बहिष्कार कर रही हैं. सीएस ने सभी प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में योजनाओं की रिपोर्टिंग की बात कही है. धनबाद चिकित्सा प्रभारी ने वासेपुर, भूली सहित अन्य जगहों का जायजा लिया. लेकिन कई जगहों पर सहिया नहीं मिली. 18 में से मात्र नौ जगहों पर ही सहिया काम करती दिखी. आनन-फानन में सहियाओं की जगह एमपीडब्ल्यू को लगाया जा रहा है. इसके बाद भी काम नहीं हो रहा है.
पहले सहिया साथी रूरल हेल्थ मिशन में थी, तो मानदेय मिलता था. अब अरबन हेल्थ मिशन में आ गयी हैं. अरबन में मानदेय नहीं देना है. इस कारण केंद्र की ओर से मानदेय बंद कर दिया गया है. उनकी नौकरी के बारे में आगे जो निर्देश आयेगा, उसका पालन किया जायेगा.
डाॅ सी श्रीवास्तव, सीएस, धनबाद