दरअसल इस उच्च-कोटि की प्रवेश परीक्षा का माहौल संस्थान धनबाद में ही उपलब्ध करा रहा है. इसके लिए स्टूडेंट्स को दसवीं व बारहवीं से ही तैयारी करनी पड़ती है. संस्थान के निदेशक दिनेश वर्मा का कहना है कि प्रतियोगिता परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स में बहुमुखी प्रतिभा होना अनिवार्य है, क्योंकि इसमें केवल संकाय से संबंधित प्रश्न ही नहीं होते.
उनका दावा है कि उनके संस्थान में संबंधित एग्जाम की तैयारी के लिए भारी खर्च पर बाहर से विशेेषज्ञों (प्रशिक्षकों) को बुला कर तैयारी करायी जाती है तथा इसके लिए वीडियो लेक्चर, टेस्ट सीरीज आदि हर प्रकार की आधुनिक तरीके का उपयोग होता है, ताकि स्टूडेंट्स के समक्ष सफलता में कोई कसर बाकी न रह जाये. चार घंटे तक चले इस सेमिनार में जुटे स्टूडेंट्स व अभिभावकों को बताया गया कि संस्थान की गुणवत्ता का ही असर है कि इस बार यहां से तैयारी करने वाली स्टूडेंट्स अन्वेषा रेड्डी को एआइआइ-80 व सुनंदा पोड़िया को एआइआइ-1046 रैंक मिला है. इन दोनों स्टूडेंट्स ने अपने शैक्षणिक संघर्ष में आयी परेशानियाें को शेयर किया. सफल स्टूडेंट्स ने भी अपनी सफलता का क्रेडिट संस्थान को दिया. इस दौरान यह घोषणा की गयी कि सफल दोनों स्टूडेंट्स को जल्द ही संस्थान में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया जायेगा.