जमाडा: अनुकंपा पर नियुक्ति का मामला ठंडे बस्ते में, 15 दिनों में कार्रवाई नहीं तो आत्मदाह की चेतावनी
धनबाद: झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (जमाडा) में मृत कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियोजन का मामला लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ा है. मंगलवार को प्रभावित कर्मियों ने इसका जोरदार विरोध किया. आश्रितों ने कहा कि मामले में जमाडा प्रबंधन की उदासीनता से उन्हें भारी परेशानी हो रही है. परिजन […]
धनबाद: झारखंड खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकार (जमाडा) में मृत कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियोजन का मामला लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ा है. मंगलवार को प्रभावित कर्मियों ने इसका जोरदार विरोध किया. आश्रितों ने कहा कि मामले में जमाडा प्रबंधन की उदासीनता से उन्हें भारी परेशानी हो रही है. परिजन के समक्ष भुखमरी की स्थिति है.
बताया कि 2013 में जमाडा कर्मी तपन माजी के निधन के मामले में एमडी ने 23.1.2013 को लिखित आश्वासन दिया था कि हड़ताल खत्म होने के दिन ही उसके बकाये का एक मुश्त भुगतान कर दिया जायेगा. साथ ही नियम के अनुसार आश्रित को लाभ दिलाने के लिए सरकार को अग्रसारित कर दिया जायेगा, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया है. आश्रितों ने कहा कि अगर 15 दिनों के अंदर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई तो तपन माजी का परिवार आत्मदाह करने को मजबूर होगा.
प्रभावित लोगों में कौन कौन : अरविंद कुमार, आनंद कोरंगा, गौतम कोरंगा, कुमारी झुंपा माजी, छोटू कोरंगा, दुलाल कोरंगा, मथुरा कोरंगा, गौरी शंकर हाड़ी, दुलाली देवी, राजू मंडल, सुनील कोरंगा, कमलेश श्रीवास्तव, धीरेंद्र राम व नसीम खान आदि.