जान दांव पर लगाकर, रेलवे ट्रैक को सुंदर बनाने में लगे हैं मजदूर
धनबाद : गोमो – बरकाकाना रेल मार्ग में जारंगडीह से लेकर रामगढ़ तक प्लेटफार्म विस्तार और सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. बोकारो ज़िले के जारंगडीह रेलवे स्टेशन से कोयला ढुलाई के लिए जारंगडीह रेलवे साइडिंग जाने वाली ट्रांसपोर्टिंग लाइन में ठेकेदार मनमाने ढंग से मज़दूरों की सुरक्षा को ताक पर रख कर काम कर […]
धनबाद : गोमो – बरकाकाना रेल मार्ग में जारंगडीह से लेकर रामगढ़ तक प्लेटफार्म विस्तार और सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. बोकारो ज़िले के जारंगडीह रेलवे स्टेशन से कोयला ढुलाई के लिए जारंगडीह रेलवे साइडिंग जाने वाली ट्रांसपोर्टिंग लाइन में ठेकेदार मनमाने ढंग से मज़दूरों की सुरक्षा को ताक पर रख कर काम कर रहे हैं. फेसबुक पर उदय शंकर झा ने इस संबंध में कई फोटो और वीडियो शेयर करके इस तरफ ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है.
मजदूर बगैर किसी सुरक्षा के काम कर रहे हैं. ना हेलमेट, ना बेल्ट, ना जूता, ना सुरक्षा का अन्य कोई इंतजाम. एक रस्सी और बांस के सहारे ये मज़दूर जारंगडीह रेलवे स्टेशन से कोलियरी प्रोजेक्ट जाने वाली लाइन में काम कर रहे हैं. थोड़ी-सी लापरवाही या असावधानी किसी बड़ी घटना की तरफ ले जा सकती है. मजदूर लगभग 100 फीट ऊपर पुल में काम कर रहे हैं. ऊंचाई पर काम करने वाले मज़दूरों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है. इसी लापरवाही के कारण कुछ दिनों पहले एक हादसा हो चुका है. सवाल यह है कि ठेकेदारों के लिए मज़दूरों के जान की कीमत क्या है?