शोध के क्षेत्र में वरदान है नैनो बायो टेक्नोलॉजी : प्रो. गुप्ता

धनबाद: मौजूदा दौर में तकनीकी संस्थानों की स्टडी तब तक सफल नहीं है, जब तक आप अपनी प्रतिभा का लाभ समाज को नहीं पहुंचा रहे हैं. अगर ढंग से प्रयास हो तो शोध के क्षेत्र में नैनो-बॉयो टेक्नोलॉजी वरदान बन सकती है. ये बातें आइआइटी आइएसएम के अतिथि व्याख्याता प्रो.पीएस गुप्ता ने कही. वह संस्थान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2017 7:24 AM
धनबाद: मौजूदा दौर में तकनीकी संस्थानों की स्टडी तब तक सफल नहीं है, जब तक आप अपनी प्रतिभा का लाभ समाज को नहीं पहुंचा रहे हैं. अगर ढंग से प्रयास हो तो शोध के क्षेत्र में नैनो-बॉयो टेक्नोलॉजी वरदान बन सकती है. ये बातें आइआइटी आइएसएम के अतिथि व्याख्याता प्रो.पीएस गुप्ता ने कही. वह संस्थान के इडीसी हॉल में गत 25 मई से चल रहे फिजिक्स के रिफ्रेशर कोर्स के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. मौके पर को-ऑर्डिनेटर प्रो. एके निराला ने इस दौरान हुए कोर्स पर संक्षिप्त रूप से प्रकाश डाला.

साथ ही कोर्स करने देश के विभिन्न कोने से आये प्रतिनिधियों को यहां के प्रशिक्षण को सफल बनाते हुए कुछ करके दिखाने का अाह्वान किया. कार्यक्रम को पीके शर्मा व एसके सिन्हा ने भी संबोधित किया. इस रिफ्रेशर कोर्स के लिए यहां के बीस टीचर्स के अलावा बाहर के दर्जन भर रिसोर्स पर्सन ने अपनी भागीदारी दी, जिसमें एनआइटी जमशेदपुर, बीआइटी सिंदरी, आइआइटी मुंबई, एसएनआइटी कोलकाता के फैकल्टी शामिल थे.

जबकि प्रशिणार्थियों में आेड़िशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तरप्रदेश, झारखंड के रांची सहित यहां के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से बड़ी संख्या में प्रशिणार्थियों ने प्रशिक्षण लिया. उल्लेखनीय है कि आइआइटी आइएसएम के एकेडमिक व रिसर्च परफॉरमेंस के देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विभाग ने डॉ. मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग के लिए चयनित किया है. इसके तहत देश के कोने-कोने में स्थित तकनीकी संस्थानों के फैकल्टी अपनी गुणवत्ता वृद्धि के लिए यहां प्रशिक्षण लेने आते हैं.

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