‘समस्याओं का समाधान करे विभाग’

धनबाद. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने विभाग से शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग की है. जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण अच्छा है, लेकिन पाठ्य पुस्तक प्रखंड संसाधन केंद्र से कई चरणों में मिलना शिक्षकों के लिए परेशानी का कारण बन गया है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2017 8:06 AM
धनबाद. अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने विभाग से शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग की है. जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण अच्छा है, लेकिन पाठ्य पुस्तक प्रखंड संसाधन केंद्र से कई चरणों में मिलना शिक्षकों के लिए परेशानी का कारण बन गया है.
एक वर्ष में तीन-चार बार किताब लाने में हजारों रुपये भाड़े के रूप में खर्च होते हैं और विभाग से इस मद में कोई राशि नहीं मिलती है. शहरी क्षेत्र के विद्यालयों में डोर टू डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से मध्याह्न भोजन के लिए चावल की आपूर्ति की जाती है, अन्य क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षकों को प्रखंड कार्यालय में अवस्थित गोदाम से चावल लाना पड़ता है.

आज तक इस मद में इसके लिए किसी प्रकार की राशि का प्रावधान नहीं किया गया है. विद्यालय में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को विभिन्न लोक कल्याणकारी योजना का लाभ यथा पोशाक, विद्यालय कीट, छात्रवृति एवं अनेकों कार्यों के लिए छात्रों से संबंधित डाटा की मांग समय-समय पर हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी में की जाती है. इसके लिए विद्यालय प्रधान समय-समय पर साइबर कैफे जाते हैं.

इसके लिए भी राशि नहीं मिलती है. कोयलांचल के कोलियरी क्षेत्र में अवस्थित विद्यालयों में पेयजल की समस्या विकराल है, मध्याह्न भोजन योजना के लिए अधिकांश विद्यालयों द्वारा पानी खरीदना पड़ता है. इसके लिए भी किसी प्रकार की राशि का आवंटन नहीं है. इन समस्याओं के कारण शिक्षक शारीरिक, आर्थिक एवं मानसिक तनाव झेलने को विवश है. संगठन विभाग से मांग करता है कि उपरोक्त बिंदुओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार करे, ताकि शिक्षक अपना सौ फीसद बच्चों को दे सकें.

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