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दिल्ली नहीं जायेंगे, कोयला भवन जाम करेंगे

डीसी रेल लाइन बंद. बाबूलाल मरांडी ने भरी हुंकार, बंदूक-गोली से नहीं दबेगी विपक्ष की आवाज जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि भूमिगत आग पर काबू पाने के लिए ग्लोबल टेंडर हो. अगर ऐसा नहीं होता है तो विपक्षी दल एवं जनता के साथ मिल कर कोयला भवन को जाम कर देंगे. दिल्ली […]

डीसी रेल लाइन बंद. बाबूलाल मरांडी ने भरी हुंकार, बंदूक-गोली से नहीं दबेगी विपक्ष की आवाज

जेवीएम प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि भूमिगत आग पर काबू पाने के लिए ग्लोबल टेंडर हो. अगर ऐसा नहीं होता है तो विपक्षी दल एवं जनता के साथ मिल कर कोयला भवन को जाम कर देंगे. दिल्ली नहीं जायेंगे.
धनबाद : गुरुवार को पत्रकार सम्मेलन में श्री मरांडी ने कहा कि धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन बंद करने के खिलाफ बुधवार को उनकी बंद रेल लाइन पर हुई यात्रा स्थगित हुई है, रद्द नहीं. जिस तरह कल यात्रा में जन समर्थन मिला, उससे सरकार को चेत जाना चाहिए. गोली-बंदूक, निरोधात्मक कार्रवाई से विपक्ष डरने वाला नहीं है. ऐसा होता तो गोड्डा, गोला, बरकागांव में लोग इतना बड़ा जनांदोलन नहीं छेड़ते. हर जगह सरकार को गोली चलानी पड़ी. धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग पर भी प्रशासन ने धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा रखी थी. लेकिन हजारों लोग रेल पटरियों पर उतरे. संदेश स्पष्ट है.
कहा कि एक तरफ भारत के सुपर पावर होने का दावा किया जा रहा है, दूसरी तरफ 20 से 40 मीटर भूमिगत आग को बुझा नहीं पा रहे हैं. जबकि कुवैत जैसे देश में केवल नौ माह में तेल में लगी आग पर काबू पा लिया गया. सरकार को चाहिए ग्लोबल टेंडर कर विश्व के तकनीकी विशेषज्ञों को यहां बुलाये व आग पर काबू पाये.
किसी से वार्ता करने नहीं जायेंगे :
क्या बंद रेल लाइन चालू कराने दिल्ली जायेंगे के जवाब में कहा कहीं नहीं जायेंगे. धनबाद में ही आंदोलन करेंगे. कोयला भवन को जाम कर देंगे. यहां विपक्षी दलों के नेताओं को आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए कहा गया है. हर आंदोलन में जेवीएम शिरकत करेगा. रेल लाइन बंद करने का निर्णय कोयला निकालने के लिए हुआ है. इस दौरान बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय झा, जेवीएम के जिलाध्यक्ष ज्ञान रंजन सिन्हा, महासचिव रमेश राही, योगेंद्र यादव भी मौजूद थे.
सीएम इस्तीफा दें, रास का चुनाव रद्द हो : पूर्व सीएम ने कहा कि निर्वाचन आयोग के फैसले के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास को इस्तीफा दे देना चाहिए, नहीं तो राज्यपाल को उन्हें बरखास्त कर देना चाहिए. आयोग के फैसले से स्पष्ट है कि राज्य सभा चुनाव 2016 में धांधली हुई थी. एडीजी अनुराग गुप्ता, सीएम के सलाहकार अजय कुमार पर प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए. साथ ही 2016 का चुनाव रद्द कर फिर से चुनाव कराये जाने की जरूरत है.

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