घनुडीह लोडिंग प्वाइंट: पांच दिनों से ठप ट्रांसपोर्टिंग हुई शुरू, तनातनी बरकरार, प्रशासन ने उखाड़ा जमसं का झंडा

पुलिस ने बस्ताकोला क्षेत्र की घनुडीह कोलियरी का अस्तित्व बचाने व लोडिंग प्वाइंट में पर्याप्त कोयला देने की मांग को लेकरर पांच दिनों से चल रहे जमसं (कुंती) गुट के आंदोलन को जबरन खत्म करा दिया. पुलिस ने यूनियन का झंडा उखाड़ कर ट्रांसोपोर्टिंग शुरू करा दी. इसके बाद यूनियन समर्थकों ने एकजुट होकर फिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2017 10:13 AM
पुलिस ने बस्ताकोला क्षेत्र की घनुडीह कोलियरी का अस्तित्व बचाने व लोडिंग प्वाइंट में पर्याप्त कोयला देने की मांग को लेकरर पांच दिनों से चल रहे जमसं (कुंती) गुट के आंदोलन को जबरन खत्म करा दिया. पुलिस ने यूनियन का झंडा उखाड़ कर ट्रांसोपोर्टिंग शुरू करा दी. इसके बाद यूनियन समर्थकों ने एकजुट होकर फिर वहां ट्रांसपोर्टिंग बंद करा दी. इससे यूनियन व प्रबंधन-प्रशासन में तनातनी की स्थिति बनी हुई है.
लोदना: पांच दिनों से ठप ट्रांसपोर्टिंग को चालू कराने की वार्ता करने मंगलवार को सिंदरी डीएसपी प्रमोद कुमार केसरी घनुडीह लोडिंग प्वाइंट पहुंचे फिर आंदोलनरत मजदूरों से वार्ता की. मजदूरों ने कहा कि प्रबंधन साजिश के तहत घनुडीह को बंद करना चाहता है. इससे करीब पांच सौ ट्रक लोडरों का रोजगार छीन जायेगा. लोडिंग प्वाइंट में पर्याप्त मात्रा में प्रबंधन कोयला उपलब्ध कराये. इस पर डीएसपी ने कहा कि जीएम से बुधवार को वार्ता करायी जायेगी. फिलहाल ट्रांसपोर्टिंग शुरू होने दें. इसे मजदूर मानने को तैयार नहीं थे. जैसे ही विरोध करने लगे, प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए आंदोलन स्थल पर लगा जमसं का झंडा उखाड़ दिया. उसके बाद पांच दिनों से खड़े कोयला लोड हाइवा को कांटा घर रवाना कर दिया. मौके पर झरिया इंस्पेक्टर उपेंद्रनाथ राय, बलियापुर थानेदार गजेंद्र पांडेय, तिसरा थानेदार गौतम सूंडी, घनुडीह प्रभारी पीसी यादव, दोबारी पीओ गंगाधर महतो, कुइयां पीओ व सीआइएसएफ अधिकारी दल बल के साथ उपस्थित थे.
जमसं में आक्रोश : झंडा उखाड़ कर जबरन ट्रांसपोर्टिंग शुरू कराने की सूचना पर जमसं के नेता जुटने लगे. कतरास मोड़ स्थित जमसं कार्यालय में बैठक की गयी. उसके बाद मजदूरों ने संघ नेता रुद्रप्रताप सिंह व असंगठित मजदूर नेता रविकांत पासवान के नेतृत्व में कुजामा कांटा घर पहुंचे. वहां कांटा घर को जाम कर दिया. इससे कुइयां कोलियरी से एमपीएल जाने वाले हाइवा वाहनों की लंबी कतार लग गयी. वहीं कई वाहन कांटा कराने से वंचित रहे. मजदूरों ने प्रशासन व प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. रुद्रप्रताप सिंह ने कहा कि प्रशासन को पहले मजदूरों का हक दिलाना चाहिए था. लेकिन, प्रबंधन के इशारे पर लोकतांत्रिक तरीके से चल रहे आंदोलन को कुचला गया. अगर मांग पूरी नहीं हुई तो एरिया नौ व 10 का चक्का जाम किया जायेगा.

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