नगर निगम का होगा अपना सर्वर

धनबाद: धनबाद नगर निगम का अपना सर्वर होगा. गुरुवार को नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से इसे पारित किया गया. जल्द ही धनबाद नगर निगम का सर्वर काम करने लगेगा. कई और महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये. अध्यक्षता मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने की. बैठक में डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह, अपर नगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2017 9:25 AM
धनबाद: धनबाद नगर निगम का अपना सर्वर होगा. गुरुवार को नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से इसे पारित किया गया. जल्द ही धनबाद नगर निगम का सर्वर काम करने लगेगा. कई और महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये. अध्यक्षता मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने की. बैठक में डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह, अपर नगर आयुक्त प्रदीप कुमार प्रसाद, पार्षद अशोक पाल, प्रियरंजन, निर्मल मुखर्जी, महावीर पासी, विनायक गुप्ता, निरंजन कुमार, साहेब राम हेंब्रम, शिव कुमार यादव, हुलासो देवी, नंद लाल पासवान आदि थे.
हर वार्ड में वार्ड सेवकों की बहाली: हर वार्ड में तीन वार्ड सेवकों की बहाली होगी. हर वार्ड में निगम का ऑफिस होगा. वार्ड सेवक टैक्स कलेक्शन व निगम के अन्य कार्यों में सहभागिता निभायेंगे. टैक्स के कमीशन से वार्ड सेवकों का भुगतान होगा.
पंचायत को दी जायेगी पुरानी स्ट्रीट लाइट : नगर निगम के पास जो पुरानी स्ट्रीट लाइट है. उसे पंचायत को देने का निर्णय लिया गया. उपायुक्त से इस संबंध में वार्ता होगी. अगर पंचायत पुरानी स्ट्रीट लाइट नहीं लेगी तो ऑक्शन कर बेचा जायेगा.
औपचारिकता निभाते हैं, निर्णय नगर आयुक्त लेंगे: विवाह भवन का शुल्क रिवाइज करने के मामले में अपर नगर आयुक्त प्रदीप कुमार प्रसाद ने कहा कि उनकी उपस्थिति सिर्फ औपचारिकता है. बैठक में जो भी प्रस्ताव पारित किये गये हैं, उस पर नगर आयुक्त निर्णय लेंगे. इस पर स्टैंडिंग कमेटी ने कहा कि बोर्ड द्वारा पारित सभी निर्णय को नगर आयुक्त को मानना अनिवार्य होगा. उन्हें बोर्ड में उपस्थित भी होना होगा.
मुख्यालय पर निर्भर नहीं रहेगा निगम : मेयर
मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने कहा कि सूडा व आउटसोर्स कंपनी रितिका की फेंका-फेंकी में नौ दिनों से टैक्स कलेक्शन ठप है. लिहाजा निगम ने अपना सर्वर बनाने का निर्णय लिया. आइआइटी आइएसएम की तकनीकी टीम एप डेवलप करेगी और ई गवर्नेंस से साझा कर धनबाद नगर निगम का सर्वर तैयार करेगी. रितिका के पास उपलब्ध डाटा निगम के सर्वर में डाला जायेगा. इसके बाद टैक्स कलेक्शन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.

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