अब डॉक्टर भी करेंगे सेशन साइट का निरीक्षण

धनबाद. पोलियो व मिजिल्स के सर्विलांस को लेकर सीएस कार्यालय के सभागार में मंगलवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अध्यक्षता सदर चिकित्सा प्रभारी सह प्रभारी सीएस डॉ आलोक विश्वकर्मा ने की. उन्होंने बताया कि पोलियो को लेकर एएफपी (एक्यूड फ्लासिड पैरालायसिस) की जांच करनी है. इसके साथ मिजिल्स से पीड़ित बच्चों की जानकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2017 9:01 AM
धनबाद. पोलियो व मिजिल्स के सर्विलांस को लेकर सीएस कार्यालय के सभागार में मंगलवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अध्यक्षता सदर चिकित्सा प्रभारी सह प्रभारी सीएस डॉ आलोक विश्वकर्मा ने की. उन्होंने बताया कि पोलियो को लेकर एएफपी (एक्यूड फ्लासिड पैरालायसिस) की जांच करनी है. इसके साथ मिजिल्स से पीड़ित बच्चों की जानकारी लेनी है. मुख्यालय का निर्देश पर हर माह इसकी निगरानी करनी है. उन्होंने कहा कि अब डॉक्टरों को भी सेशन साइट पर जाना होगा. हर मेडिकल अफसर को माह में दो साइट, बीटीटी को दो, चिकित्सा प्रभारी को एक निरीक्षण करना है. इसकी रिपोर्ट हर माह नेट पर अपलोड करनी है.
एएनएम स्कूल में सेमिनार : एएनएम स्कूल में मातृ व शिशु देखभाल को लेकर सेमिनार का आयोजन प्लान इंडिया संस्था के सहयोग से किया गया. इसमें गर्भवती माताओं को चार एएनसी के साथ उनका वीडीआरएल टेस्ट, एचआइवी टेस्ट आदि जांच करने की जरूरत पर विस्तृत जानकारी दी गयी. उद्घाटन डॉ विश्वकर्मा ने किया.
क्या है सेशन साइट
डॉ विश्वकर्मा ने बताया कि सेशन साइट का मतलब वह स्थान है, जहां गर्भवती माताओं की नियमित जांच हो रही है. यहां नियमित टीकाकरण, गर्भवती माताओं चावल-दलिया मिल रही है या नहीं, अधिकारी इसका निरीक्षण कर काम की रिपोर्ट देंगे. कहा कि क्षेत्र में मिजिल्स या पोलियो के एएफपी की निगरानी ठीक से नहीं हो रही है. मौके पर डॉ सुधा सिंह, डॉ राजकुमार, डॉ नंदन कुमार सहित आदि चिकित्सा मौजूद थे.

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